संपादकीय: भारत के अनमोल रत्न को शत -शत नमन
Hundreds of salutes to the precious gem of India: भारत के विख्यात उद्योगपति रतन टाटा का ८६ वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका यूं चले जाना न सिर्फ उद्योगजगत के लिए बल्कि पूरे देश के लिए अपूर्णीय क्षति है।
राष्ट्र के निर्माण में रतन टाटा का अप्रतिम योगदान रहा है। यदि उन्हें भारतीय उद्योगजगत का धु्रव तारा कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। वैसे तो भारत में अनेक उद्योगपति हुए हैं लेकिन रतन टाटा जैसा कोई नहीं हुआ है।
सादगी और विनम्रता की मिसाल रतन टाटा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सादा जीवन उच्च विचार के आदर्श को अपने जीवन में आत्मसात कर चुके थे। रतन टाटा आम जनता की पीड़ा को न सिर्फ समझते थे बल्कि उसे दूर करने के लिए यथासंभव प्रयास भी करते थे।
इसे एक उदाहरण से बेहतर समझा जा सकता है कि एक बार मुंबई की सड़क पर भारी बरसात के बीच एक व्यक्ति को उन्होंने अपने परिवार के साथ स्कूटर पर देखा तो उनके संवेदनशील मन मेें तत्काल यह विचार आया कि मिडिल क्लास की सुरक्षित यात्रा के लिए सस्ती कार बनाई जाए।
नतीजतन 1 लाख रुपए की नैनो कार बन गई जो लखटकिया के नाम से मशहूर हुई। यद्यपि कार के कारण रतन टाटा को भारी नुकसान हुआ लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की।
रतन टाटा व्यापार के साथ ही सामाजिक सरोकार को भी प्राथमिकता देते थे। ऐसा करने वाले वे बिरले उद्योपतियों में से एक थे। उनकी सेवाओं को देखते हुए सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण के सम्मान से नवाजा था। जबकि वे सच्चे अर्थों में भारतरत्न सम्मान के अधिकारी हैं।
रतन टाटा को भारत रत्न सम्मान दिया जाता है तो इससे स्वयं भारत रत्न सम्मान ही सम्मानित होगा। यह हर्ष का विषय है कि महाराष्ट्र सरकार ने अपनी कैबिनेट में रतन टाटा को भारत रत्न सम्मान देने का प्रस्ताव पारित किया है
इसके लिए महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार साधुवाद की पात्र है। भारत रत्न सम्मान सिर्फ राजनीतिज्ञोंं, क्रिकेटरों और फिल्मकारों के लिए ही नहीं है। यह सर्वोच्च सम्मान रतन टाटा जैसे सेवाभावी उद्योगपति को भी मिलना चाहिए।
जिनके टाटा ग्रुप में दस लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है और दुनिया के सौ से भी ज्यादा देशों में उनका कारोबार फैला हुआ है।
उम्मीद की जानी चाहिए कि मोदी सरकार रतन टाटा को भारत रत्न सम्मान अवश्य प्रदान करेगी। दैनिक नवप्रदेश परिवार देश के अनमोल रतन को विनम्र श्रद्धांंजलि अर्पित करते हुए शत शत् नमन करता है।