माओवादियों की भयानक योजना फेल ..नहीं तो उड़ जाते चिथड़े
- बीजापुर के गदामली के करकापारा के पास 50 किलो की 3 बारूदी सुरंगें बरामद की गई हैं
- कमांड स्वीच सिस्टम से आईईडी को 2-2 मीटर की दूरी पर सीरीज में लगाया गया था
बीजापुर/नवप्रदेश। Karkapara landmines of Naxalite Gadamli in Chhattisgarh Bijapur: छत्तीसगढ़ में हमारे सुरक्षाबलों ने माओवाद प्रभावित क्षेत्र में बड़ी सफलता पाई है। अगर इस पर दबाव पड़ जाता तो बड़ी घटना घट सकती थी। बीजापुर के गदामली के करकापारा के पास सड़क पर 3 बारूदी सुरंगें मिली हैं। जवानों से भरे वाहनों को निशाना बनाने के लिए नक्सलियों ने सीरियल बम लगाकर भयानक योजना बनाई थी। अगर यह ब्लास्ट हो जाता तो किसी के भी चिथड़े उड़ जाते। यह मामला नैमेड थाना क्षेत्र का है। बीडीएस ने बम बरामद कर लिया है। आगे सर्चिंग जारी है।
सुरक्षा बल के अनुसार निर्माणाधीन सड़क की सुरक्षा व्यवस्था में निकली सीआरपीएफ के जवानों ने नक्सलियों द्वारा लगाये गये 70 किलो वजनी तीन आइईडी बरामद कर उसे निष्क्रिय किया गया। (Karkapara landmines of Naxalite Gadamli in Chhattisgarh Bijapur) कहा जाए सीआरपीएफ के जवानों की मुस्तैदी के कारण बड़ा हादसा हो गया।
30-30 और एक अईईडी 10 किलो का था
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बीजापुर में (Karkapara landmines of Naxalite Gadamli in Chhattisgarh Bijapur) नक्सलियों के खिलाफ लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है। ऑपरेशन के दौरान सीआरपीएफ 231 वाहिनी सी कंपनी कैंप जैवारम एवं थाना जांगला, नैमेड का बल सुबह सर्च ऑपरेशन पर निकला था। इसी दौरान बरामद दो आइईडी 30-30 किलो और एक अईईडी 10 किलो का था।
ऐसे लगाया गया गया था पाइप बम आईईडी
नक्सलियों ने स्ट्रीट सोलर पैनल के पोल को काटकर डायरेक्शनल पाइप बम तैयार किया था। नक्सलियों द्वारा जवानों को निशाना बनाने के लिए गदामली और कडेर के बीच सड़क किनारे एक कूकर बम आईईडी और सड़क के बीच में दो पाइप बम आईईडी लगाया था। कमांड स्वीच सिस्टम से सभी आईईडी को 2-2 मीटर की दूरी पर सीरीज में लगाया गया था।