विकास से कोसों दूर है जनपद अध्यक्ष का गांव चिचिरदा
आबादी भूमि पर जगह-जगह फैला अतिक्रमण
कार्रवाई शून्य
नवप्रदेश संवाददाता
बलौदाबाजार। जनपद पंचायत बलौदाबाजार (janpad panchayat balodabazar) के अंतर्गत ग्राम पंचायत चिचिरदा विकास से कोसों दूर है। आजादी के इतने सालों बाद भी गांव में चहुंमुखी विकास नहीं हुआ है। ग्राम चिचिरदा की आबादी लगभग 2141 के आसपास है। लेकिन यहाँ पर ग्राम के जिम्मेदारों ने केवल अपना विकास किया है। विदित हो कि उक्त गांव जनपद पंचायत की अध्यक्ष सुलोचना यादव का गृहग्राम है। उसके बाद भी यहाँ विकास नही हो सका है। गांव की गलियों पर नजर दौड़ाए तो यदि विकास हुआ है तो मात्र अध्यक्ष महोदय के वार्डो में हुआ है बाकी ग्राम के आधा से अधिक हिस्सा कीचड़ से सराबोर है। वही पंचायत के अधिकांश वार्डो में सी.सी.रोड का निर्माण नहीं हुआ है, ग्राम पंचायत के समीप सड़क की हालत इतनी खराब है कि इन दिनों पैदल चलना भी मुश्किल है। इसके अलावा काशियारा और नदी जाने का मार्ग अत्यधिक दलदल है।
कीचड़ से लतपथ सड़क
ग्राम के वार्ड 1, 3, 4 व 7 की सड़क मिट्टी की कीचड़ से भरा पड़ा हुआ है, इसके साथ ही कीचड़ से दल दल हो चुका है। यहां तक कि पढ़ाई करने वाले नौनिहालों को घरों से माता पिता कंधे में रखकर बाहर निकालते है, तब जाकर नौनिहाल आंगनबाड़ी केन्द्र व विद्यालय पढ़ाई के लिए जाते है। शासन की तमाम योजनाएँ इन वार्डो तक नही पहुंच पाया है, ग्राम के कई वार्ड के गली कीचड़ से सराबोर होने से घरों में बीमार मरीज सही समय पर स्वास्थ्य केन्द्र नही पहुंच पा रहे है। जिस कारण मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गांव में आंगनबाड़ी संचालित है, वहां की रास्ता खराब है। छोटे-छोटे बच्चों को बहुत परेशानी होती है। नाम न छापने की शर्त में कुछ लोगों ने बताया कि ग्राम में मच्छरो का प्रकोप एवं बच्चों को स्कूल जाने में भारी असुविधा होती है, मरीज एवं बच्चों को कीचड़ से बचाने के लिए कंधे में रखकर बाहर सुरक्षित जगह पहुंचाते है, जबकि गली के बारे में कई बार सरपंच को अवगत करा चुके है। उसके बाद भी आज तक सरपंच द्वारा किसी तरह का निदान नही किया गया है।
जगह-जगह फैला अतिक्रमण
राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार ग्राम के अधिकांश भूमि आबादी दर्ज है जिसे ग्राम के कुछ जनप्रतिनिधियों सहित दबंगो ने सब सही की तर्ज पर कब्जा कर रखा है। यहाँ पर भूमि के अलावा, तालाब पर भी पंचायत के पदाधिकारियों ने अवैध कब्जा कर दुकान तान दी है जिसपर अब अपना व्यवसाय प्रारंभ कर दिया है इसके अलावा यहां पर लगभग ग्रामीणों ने अपना मकान छोड़कर आबादी जमीन पर अपना साम्राज्य बना रखा है। जिस पर कार्रवाई नही होने पर कब्जा की प्रथा दिनोंदिन बढ़ती जा रही है।
गौठान पर भी अतिक्रमण
ग्राम में 2 गौठान लंबे समय से बने हुये है जहाँ की अधिकांश भूमि अब अतिक्रमण की चपेट पर है, यहाँ हुये अतिक्रमण को देखकर लगता है मानो आगामी 5 वर्षो पर पूरे ग्रामीण अपना आवास छोड़कर केवल अवैध अतिक्रमण कर ही जीवन बसर करेंगे। जिससे भविष्य में ग्राम पर शासकीय जमीन का नामोनिशान मिट जाएगा।
जनदर्शन में हुई शिकायत
पिछले माह जन दर्शन में हुई शिकायत पर गौर करे तो ग्राम के अमोलबन्ध तालाब पार, सरई डबरी तालाब, नकटा तालाब, बड़े गौठान, छोटे गौठान सहित अन्य जगहों पर ग्राम के जन प्रतिनिधियों ने बड़े पैमाने पर कब्जा करने की शिकायत ग्राम के दशरथ निषाद द्वारा किया गया था लेकिन सूत्रों की माने तो अभी तक जांच की फाइले केवल कागजो तक ही सीमित है।
इनका कहना है
ग्राम के कई वार्डो में सीसी सड़क का निर्माण किया गया है। आप मिलकर बात करिये फिर जानकारी दी जाएगी।
अमरीका बाई लसेर, सरपंच, ग्राम पंचायत चिचिरदा
पूरे गांव में सीसी सड़क बनाया गया है अभी मैं मीटिंग में हूँ मिलकर बात करिए।
श्रीमती सुलोचना यादव, अध्यक्ष, जनपद पंचायत बलौदाबाजार
अवैध अतिक्रमण की शिकायत थी
अवैध अतिक्रमण की शिकायत पूर्व में ग्राम के पदाधिकारियों ने दी थी जिसकी पेशी चल रही है इसके बाद जनदर्शन में एक ग्रामीण दशरथ निषाद द्वारा पंचायत पदाधिकारी सहित ग्राम के लोगो द्वारा अतिक्रमण करने की शिकायत किया गया है, जिसकी जांचकर जल्द ही आबादी भूमि से अवैध अतिक्रमण हटाया जाएगा।
गौतम सिंह, तहसीलदार, बलौदाबाजार