राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात… देश के 25 राज्यों से 6 हजार खिलाड़ी होंगे शामिल

Eklavya Vidyalaya hosted national games
-एकलव्य विद्यालय के राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी ‘द टाइगर ब्वाय चेंदरू’ होगा शुभंकर
- -राजधानी रायपुर में 22 खेलों पर 15 से 19 दिसंबर तक होगा खेल प्रतियोगिता का आयोजन
- -देश भर से 25 राज्यों के 6 हजार से अधिक खिलाड़ी होंगे शामिल
- -आदिम जाति मंत्री श्री नेताम की अध्यक्षता में संचालक मण्डल की हुई बैठक
रायपुर/नवप्रदेश। Eklavya Vidyalaya hosted national games: आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम की अध्यक्षता में उनकें निवास कार्यलय में संचालक मण्डल की बैठक आयोजित की गई। बैठक में आदिम जाति विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित थे। मंत्री श्री नेताम ने बैठक में कहा कि एकलव्य आर्दश आवासीय विद्यालय के 4थी राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता के आयोजन के लिए छत्तीसगढ़ को मेजबानी मिलना गौरव की बात है। यह कार्य चुनौती पूर्ण और बेहद महत्वपूर्ण है।
सबकी सहभागिता से मिलजुल कर इस चुनौती को पुरा करेंगे। उन्होंने कहा कि देश भर से आने वाले विभिन्न राज्यों के खिलाडिय़ों, उनके कोच, टीचर और अभिभावक सहित अनेक डेलीगेट्स उपस्थित रहेंगे, जिनके आवास, आवागमन सहित अन्य व्यवस्था बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य है। उन्होंने इसके लिए अधिकारियों-कर्मचारियों को गंभीरता के साथ अपने दायित्वों को पूरा करने के निर्देश दिए। मंत्री नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ का भाव ‘अतिथि देव भव:’ का रहा है। अत: राज्य का यह भाव बने रहना चाहिए। उन्होंने खिलाडिय़ों, डेलीगेट्स के लिए छत्तीसगढ़ी व्यजनों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खेल के दौरान खेल प्रतियोगिता से अलग होने वाले खिलाडिय़ों को छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक धरोहरों से अवगत कराने के भी निर्देश दिए।
आदिम जाति, अनुसूचित जाति तथा पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणी बोरा ने बैठक में बताया कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के मेजबानी इस बार छत्तीसगढ़ को मिली है। यह खेल प्रतियोगिता 15 दिसंबर से 19 दिसंबर तक राजधानी रायपुर के विभिन्न स्टेडियम में अलग-अलग खेल विधाओं के अनुरूप आयोजित किये जाएंगे। खेल प्रतियोगिता में 15 एकल एवं युगल तथा 7 सामूहिक खेल इस तरह कुल 22 खेलों का आयोजन किया जाएगा।
प्रमुख सचिव बोरा ने बताया कि छत्तीसगढ़ के ‘द टाइगर ब्वाय चेंदरू’ (Eklavya Vidyalaya hosted national games) पर शुभंकर तैयार करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर में आदिवासियों की वीर गाथा आज भी सुनाई जाती है। अबूझमाड़ की घनघोर जंगल क्ष़ेत्र कीे ऐसी ही एक कहानी चेंदरू मंडावी की है। जो बचपन का अधिकत्तर समय बाघ के साथ बिताता था। चेंदरू और बाघ की दोस्ती की कहानी दुनियां में मशहूर है। देश भर के लोग आज भी चेंदरू और बाघ की जुड़े तथ्यों को जानने बस्तर आते है। चेंदरू मंडावी नारायणपुर जिले गढ़बेंगाल गांव का रहने वाला एक आदिवासी परिवार से था।
प्रमुख सचिव सोनमणी बोरा ने बैठक में बताया कि 15 से 19 दिसंबर तक प्रस्तावित एकलव्य आवासीय विद्यालय राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में देश के 25 राज्यों में संचालित एकलव्य विद्यालय के लगभग 6 हजार से अधिक खिलाडिय़ों के भाग लेने की संभावना है। इसके साथ 1500 से अधिक डेलीगेट्स आने वाले हैं जिसके आयोजन के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं।