नमस्ते, बजाज फाइनेंस की ओर से पूजा बात कर रही हूं.. कई लोगों को फंसाया जाल में…
bajaj finance fraud: ऑनलाइन ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़
नागपुर। bajaj finance fraud: कोरोना काल में लगे लॉकडाउन के बाद से देश में साइबर अपराध तेजी से बढ़े हैं। ऐसा ही एक मामला नागपुर से सामने आया है। नागपुर पुलिस ने कम ब्याज के बदले बड़ी रकम का कर्ज दिलाने के बहाने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। नागपुर पुलिस ने वारदात के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है।
53 वर्षीय महिला की पहचान पूजा सिंह के रूप में हुई है जो हरियाणा के हिसार जिले के लाडवा की रहने वाली है। संबंधित महिलाओं ने देश के विभिन्न हिस्सों से नागरिकों को फोन पर लालच दिया और उन्हें कम ब्याज पर ऋण की पेशकश की। उन्होंने कहा, वे बजाज फाइनेंस ( bajaj finance fraud) से बात करने और आपको कम ब्याज दर पर लंबी अवधि के ऋण की पेशकश करने का काम कर रहे थे। उसके बाद आरोपी महिला तरह-तरह की स्कीम बताकर बेगुनाहों को ठगती थी।
आरोपी पूजा सिंह ने अपने कुछ साथियों की मदद से देशभर में सैकड़ों लोगों से सामूहिक रूप से ठगी की है। पुलिस ने पूजा सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही है। रेलवे विभाग में काम करने वाले देवानंद अनिल शेंडे ने नागपुर के अजनी थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
क्या है मामला ?
आरोपी पूजा ने वादी शेंडे को फोन किया और कहा कि वह बजाज फाइनेंस से बोल रही है और कहा कि वह दस साल के लिए 6.9 प्रतिशत ब्याज ( bajaj finance fraud ) पर 8 लाख रुपये का ऋण प्रदान कर सकती है। इसके लिए शेंडे को कई तरह से मनाया गया। इसके बाद आरोपी ने शेंडे के दस्तावेज भी सौंपे। ऋण मंजूर करने के नाम पर आरोपी ने शेंडे को तरह-तरह के कारण बताए और 28,000 रुपये अपने खातों में डलवाए। लेकिन जब शेंडे को शक हुआ तो उसने कहा कि उसे कर्ज नहीं चाहिए और उसने आरोपी से रिफंड की मांग की।
पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आरोपी पूजा और उसके साथियों विकास जैन, दीपक चव्हाण, संजीव कुमार और ओमप्रकाश ने शेंडे का फोन कॉल रिसीव करना बंद कर दिया। आरोपी ने अपना फोन भी स्विच ऑफ कर दिया। जैसे ही उसे एहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है, शेंडे ने अजनी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया। इस मामले में पुलिस ने तकनीकी जानकारी के आधार पर आरोपी महिला का पता लगा लिया है। पुलिस घटना की आगे जांच कर रही है।