Health Service Monitoring : दो आयुष्मान केंद्र बंद! अनुपस्थित कर्मचारियों पर कलेक्टर का कड़ा एक्शन
Health Service Monitoring
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने तथा अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाओं की निर्बाध पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कलेक्टर चंदन त्रिपाठी के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक अशरफ अंसारी तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा आज कई स्वास्थ्य संस्थाओं का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में वास्तविक स्वास्थ्य सेवा उपलब्धता (Health Service Monitoring) की स्थिति का मूल्यांकन करना था।
टीम ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और आयुष्मान आरोग्य मंदिर कंचनपुर, कसरा, छिंदिया, अमहर और महोरा का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि कंचनपुर और छिंदिया के आयुष्मान आरोग्य मंदिर पूरी तरह बंद थे, जबकि अन्य संस्थाओं में कई कर्मचारी अपने कार्यस्थल से बिना अनुमति अनुपस्थित मिले। यह स्थिति स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और विभागीय अनुशासन पर गंभीर सवाल खड़े करती है, जिसे अधिकारियों ने स्पष्ट प्रशासनिक लापरवाही (Health Service Monitoring) माना है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अनुपस्थित कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया और उन्हें अवैतनिक (बिना वेतन) चिह्नित करने का आदेश जारी कर दिया। अधिकारियों ने स्पष्ट कहा कि ऐसी लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी, विशेषकर तब जब स्वास्थ्य सेवाएं सीधे आम जनता के जीवन और सुरक्षा से जुड़ी हों।
निरीक्षण के दौरान टीम ने निर्देश दिया कि सभी स्वास्थ्य संस्थाएँ समय पर खोलें, राष्ट्रीय कार्यक्रमों का नियमित संपादन सुनिश्चित किया जाए और निर्धारित दिवस पर 100 प्रतिशत कार्य उपलब्धि अनिवार्य रूप से पूरी की जाए। इसके साथ ही सभी ऑनलाइन पोर्टल एंट्री समयसीमा के भीतर करने के निर्देश भी दिए गए।
अधिकारियों ने गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं और 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों को नियमित टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच एवं संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने पर भी विशेष जोर दिया। टीम ने यह भी समीक्षा की कि जरूरतमंद व्यक्तियों—विशेषकर वृद्धजनों और दूरस्थ क्षेत्रों के निवासियों—तक स्वास्थ्य सेवाएं समय पर पहुंच रही हैं या नहीं।
