Hawala Money Loot Case : हवाला के तीन करोड़ रुपये लूटने के मामले में 10 पुलिस कर्मी निलंबित

Hawala Money Loot Case : हवाला के तीन करोड़ रुपये लूटने के मामले में 10 पुलिस कर्मी निलंबित

Hawala Money Loot Case

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Hawala Money Loot Case : मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में एक सनसनीखेज (Hawala Money Loot Case) सामने आया है, जहां वाहनों की जांच के दौरान पुलिसकर्मियों ने कथित रूप से महाराष्ट्र के एक सराफा व्यापारी की कार से मिले तीन करोड़ रुपये लूट लिए। बताया जा रहा है कि यह रकम हवाला कारोबार (Hawala Money Loot Case) से जुड़ी हुई थी। इस मामले में डीजीपी कैलाश मकवाना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीओपी पूजा पांडे और नौ अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।

जांच में यह सामने आया कि लूटी गई रकम में से 1.45 करोड़ रुपये (Hawala Money Loot Case) पुलिस के पास से बरामद किए गए हैं। वहीं, आईजी जबलपुर रेंज प्रमोद वर्मा ने इस पूरे प्रकरण की जांच का जिम्मा एएसपी आयुष गुप्ता को सौंपा है। उन्हें तीन दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।

अब तक नहीं दर्ज हुई एफआईआर, आयकर विभाग भी जांच में

चौंकाने वाली बात यह है कि अब तक इस पूरे मामले में कोई एफआईआर दर्ज (Hawala Money Loot Case) नहीं हुई है। आयकर विभाग (Income Tax Investigation) की टीम ने भी जांच शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि रकम कहां से आई और किसे पहुंचाई जानी थी।
एसपी सिवनी सुनील कुमार मेहता ने बताया कि यह राशि किसकी है और इसका स्रोत क्या है, इसका पता लगाया जा रहा है।

कटनी के रहने वाले एक वाहन चालक ने अपनी शिकायत में कहा कि वह महाराष्ट्र के जालना जिले के सराफा व्यापारी सोहनलाल परमार (Hawala Money Loot Case) की कार में यह राशि लेकर जा रहा था। उसके अनुसार, कार में कुल दो करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपये थे।

अधिकारियों पर गिरी गाज

इस मामले में निलंबित किए गए अधिकारियों में एसडीओपी पूजा पांडे, थाना प्रभारी बंडोल, और अन्य नौ पुलिसकर्मी शामिल हैं। जांच एजेंसियों का मानना है कि इस रकम को हवाला नेटवर्क के जरिए महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश लाया जा रहा था। पुलिस मुख्यालय (Hawala Money Loot Case) ने स्पष्ट किया है कि यदि जांच में किसी भी अधिकारी की भूमिका और पाई गई तो आपराधिक प्रकरण (Criminal Case) दर्ज किया जाएगा।

बड़ा सवाल – रकम कहां से आई और कहां जानी थी?

अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि यह पूरी रकम हवाला लेनदेन (Hawala Money Loot Case) से जुड़ी थी या किसी अन्य अवैध कारोबारी चैनल का हिस्सा थी।
साथ ही, इस घटना के बाद मध्य प्रदेश पुलिस में पारदर्शिता और जवाबदेही (Police Corruption Inquiry) को लेकर बहस फिर से तेज हो गई है।