Handloom Day : एक छत के नीचे बिखरेगी शिल्पकारों की कारीगरी
ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार हाथकरघा एवं हस्तशिल्प प्रदर्शनी का कल करेंगे शुभारंभ
रायपुर/नवप्रदेश। Handloom Day : लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार छत्तीसगढ़ हाट परिसर पण्डरी रायपुर में राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस पर 7 अगस्त को दोपहर 3 बजे आयोजित होने वाले 9 दिवसीय प्रदर्शनी का शुभारंभ करेंगे। यह प्रदर्शनी 15 अगस्त तक सुबह 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक आम लोगों के लिए खुली रहेगी।
प्रदर्शनी (Handloom Day) के शुभारंभ अवसर पर संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव, छत्तीसगढ़ राज्य गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, छत्तीसगढ़ खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन संघ के अध्यक्ष मोतीलाल देवांगन सहित छत्तीसगढ़ माटीकला बोर्ड के अध्यक्ष बालम चक्रधारी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
50 स्टॉल लगाए जाएंगे
संचालक ग्रामोद्योग सुधाकर खलखो ने बताया कि सातवें राष्ट्रीय हाथकरघा (Handloom Day) दिवस के अवसर पर 9 दिवसीय हाथकरघा एवं हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी में राज्य के 18 बुनकर समितियों, 20 हस्तशिल्प कारीगरों, खादी एवं ग्रामोद्योग और माटीकला शिल्पकारों के 5-5 तथा रेशम वस्त्र और धागाकरण के दो स्टॉल सहित कुल 50 स्टॉल लगाए जाएंगे।
पारंपरिक शिल्प की विविधता
प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ राज्य का हस्तशिल्प ढोकरा, लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, बांस शिल्प, गोदना शिल्प, शीसल शिल्प, टेराकोटा शिल्प, भित्ती चित्र, पत्थर शिल्प, कौंड़ी शिल्प, तूम्बा शिल्प, कशीदाकारी और पारम्परिक वस्त्र सहित विविध शिल्प इत्यादि एवं हाथकरघा वस्त्रों में कोसा सिल्क, टसर सिल्क, कॉटन के ड्रेस मटेरियल, साडिय़ाँ, टुपट्टे, चादर, बेडशीट तथा खादी वस्त्रों और ग्रामोद्योग द्वारा निर्मित सामग्रियों का विक्रय भी प्रदर्शनी में मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेंगे।
प्रदर्शनी में राजधानी वासियों के लिए त्योहारों के मौसम में उनके पसंद के अनुरूप गृह उपयोगी और साज-सज्जा (Handloom Day) की आकर्षक सामग्रियां और हाथकरघा वस्त्रों तथा हस्तशिल्प की वस्तुएं वाजिब दामों पर बिक्री के लिए उपलब्ध रहेंगे। इस आयोजन के दौरान राज्य शासन द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन का विशेष रूप से पालन किया जाना है।