BIG BREAKING : महाराष्ट्र में अब लग सकता है राष्ट्रपति शासन
मुंबई/नवप्रदेश। सरकार गठन (government forming) को लेकर भारी अनिश्चितता के बीच महाराष्ट्र (maharashtra) राष्ट्रपति शासन (president rule) की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। अाज भाजपा नेता व महाराष्ट्र (maharashtra) के वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के नेतृत्व में पार्टी का प्रितिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलने जा रहा है। लेकिन मुनगंटीवार ने साफ कर दिया कि इस दौरान भाजपा की ओर से सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया जाएगा।
सिर्फ राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा होगी। भाजपा की ओर से यह भी कहा गया है कि अब तक शिवसेना की ओर से उसे सरकार बनाने के लिए समर्थन नहीं दिया गया है। इन हालातों के मद्देनजर महाराष्ट्र के राजनीतिक विश्लेषकों को लग रहा है कि भाजपा अल्पमत की सरकार बनाना नहीं चाहती व शिवसेना को ढाई के साल के मुख्यमंत्री पद व मंत्रिमंडल में बराबरी का हिस्सा से कम कुछ भी मंजूर नहीं है।
इसलिए सरकार बन पाने (forming government) की संभावना कम है राष्ट्रपति शासन (president rule) की ज्यादा। हालांकि कुछ विश्लेषकों का यह कहना भी है कि सिंगल लार्जेस्ट पार्टी होने के नाते भाजपा सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद की शपथ ले लेंगे, जिसके बाद उनके पास बहुमत साबित करने के लिए एक माह का समय होगा और इस बीच अन्य दलों के विधायकों को तोड़कर भाजपा बहुमत साबित कर देगी। लेकिन इसकी संभावना काफी कम लग रही है।
फिलहाल इसलिए भी राष्ट्रपति शासन की आशंका
- शिवसेना व भाजपा दोनों ही अपने-अपने रुख पर अडिग।
- मुनगंटीवार कह चुके हैं कि शिवसेना के समर्थन बिना भाजपा का सरकार बनाना संभव नहीं।
- भाजपा अल्पमत की सरकार बनाकर कर्नाटक जैसी किरकिरी नहीं करना चाहेगी। क्याेंकि जरूरी नहीं है कि बहुमत साबित करने के लिए अन्य दलों के विधायकों को अपने पाले में ला लिया जाए या शिवसेना को मना लिया जाए या उसकी मांगें मान ली जाए।
- गैर भाजपा सरकार बनाने कांग्रेस व एनसीपी अब भी शिवसेना को समर्थन देने पर असमंजस की स्थिति में।
- यदि राकांपा शिवसेना को समर्थन देती भी है तो इस तरह बनने वाली सरकार में कांग्रेस को ज्यादा तवज्जो नहीं होगी। ऐसे में कांग्रेस अब तक शिवसेना को समर्थन नहीं देने के पक्ष में है।
उद्धव ने विधायकों को होटल में एकत्रित रहने को कहा
सूत्रों के हवाले से खबर है कि शिवसेना को आशंका है कि भाजपा उसके विधायकों को तोड़ सकती है। इसलिए उद्धव ठाकरे ने अपने विधायकों को मुंबई के होटल रंगशारदा में एकत्रित रहने को कहा है। शिवसेना विधायकों का दावा है कि भाजपा उन्हें किसी भी सूरत में नहीं तोड़ सकती। इससे पहले शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री पर हुई नवनियुक्त विधायकों की बैठक में यही फैसला लिया गया है कि वह ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री पद की मांग से समझौता नहीं करेगी।
1 thought on “BIG BREAKING : महाराष्ट्र में अब लग सकता है राष्ट्रपति शासन”