GOOD NEWS: कोरोना संकट में बड़ी राहत; 2 दिन में मोदी सरकार के लिए 4 खुशखबरी
–indian economy growth: कोरोना की दूसरी लहर के बाद सुधर रही है देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति
-अगस्त में लगातार दूसरे महीने जीएसटी संग्रह 1 लाख करोड़ रुपये से ऊपर रहा
नई दिल्ली। indian economy growth: कोरोना के प्रकोप और उसके बाद लगे लॉकडाउन ने देश की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है। लेकिन अब अर्थव्यवस्था इस झटके से उबरती नजर आ रही है। देश में कोरोना मरीजों की संख्या कम होने से पाबंदियों में कुछ ढील दी गई है। इसका असर अब देश के खजाने में महसूस किया जा रहा है। केंद्र सरकार को वस्तु एवं सेवा कर से राजस्व में वृद्धि हुई है।
अगस्त में मोदी सरकार को वस्तु एवं सेवा (indian economy growth) कर के माध्यम से 1.12 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। पिछले साल अगस्त की तुलना में सरकारी राजस्व में 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। लगातार दूसरे महीने जीएसटी राजस्व 1 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है।
वित्त मंत्रालय ने इस बारे में आंकड़े दिए हैं। जुलाई में सरकार ने जीएसटी के जरिए 1.16 लाख करोड़ रुपये जुटाए थे। अगस्त में इसमें कुछ गिरावट आई है। हालांकि पिछले अगस्त की तुलना में जीएसटी राजस्व में 30 फीसदी की वृद्धि हुई है। अगस्त 2020 में सरकार को जीएसटी से 86,449 करोड़ रुपये मिले थे।
सकल घरेलू उत्पाद में बड़ी वृद्धि
देश ने कोरोना संकट के दौरान जीडीपी के मोर्चे पर अच्छा प्रदर्शन किया है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) में देश की जीडीपी विकास दर 20.1 फीसदी थी। इसलिए संकेत मिल रहे हैं कि अर्थव्यवस्था फिर से सामान्य हो गई है।
मुख्य क्षेत्र में उत्पादन में वृद्धि
देश की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाने वाले सेक्टर्स की हालत में भी सुधार हो रहा है। आठ प्रमुख क्षेत्रों में उत्पादन 9.4 प्रतिशत बढ़ा। अगस्त में इसी क्षेत्र में उत्पादन में 7.6 फीसदी की गिरावट आई थी।
गिरती महंगाई से राहत
देश के औद्योगिक श्रमिकों के लिए मुद्रास्फीति कुछ हद तक कम हुई है। यह घटकर 5.27 फीसदी पर आ गया है। खाद्य कीमतों में कमी आई है, वित्त मंत्रालय ने कहा। जून में यह 5.57 फीसदी थी।