पंचतत्व में विलीन हुए सपत्नीक जनरल बिपिन रावत, 17 तोपों की दी गई सलामी
Salute to CDS Rawat : बेटियों ने दी मुखाग्नि
नई दिल्ली। Salute to CDS Rawat : अब केवल यादों में रहेंगे जनरल रावत… देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत शुक्रवार को पुरे राजकीय और आर्मी सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हो गए। दिवंगत बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की अंतिम यात्रा दोपहर बाद दिल्ली के 3, कामराज मार्ग स्थित उनके घर से निकली जो कैंट के बरार स्क्वायर पहुंची। यहां उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और इसके बाद मंत्रोच्चार के साथ पारिवारिक अनुष्ठान हुए।
शाम करीब 5 बजे जनरल रावत की अंतिम विदाई में लेफ्टिनेंट जनरल स्तर के 6 अफसर तिरंगा लेकर चलें और उनकी बेटियों को ये तिरंगा सौंपा गया। अंतिम दर्शन (Salute to CDS Rawat) स्थल पर 12 ब्रिगेडियर स्तर के अफसर तैनात रहे। सैन्य सम्मान के साथ 17 तोपों की सलामी दी गई। इस वक्त तीनों सेनाओं के बिगुल बज उठे। सैन्य बैंड ने शोक गीत गाया। अंतिम संस्कार के वक्त 800 जवान मौजूद थे। अंतिम यात्रा को 99 सैन्यकर्मी एस्कॉर्ट किया। पूरा माहौल गमगीन था और सभी की आंखें नम थी।
जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के शव भी एक साथ ही चिता पर रखे गए। उनकी बेटियों कृतिका और तारिणी ने मुखाग्नि दी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, कानून मंत्री किरेन रिजिजू, भी भारत के पहले सीडीएस के अंतिम संस्कार के समय उपस्थित थे। अंत्येष्टि स्थल पर लोगों का हुजूम मौजूद था। लोगों ने ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ और ‘जनरल रावत अमर रहें’ जैसे नारे लगाए।
पड़ोसी देशों से सैन्य कमांडर भी हुए शामिल
जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार (Salute to CDS Rawat) में पड़ोसी देशों से कुछ सैन्य कमांडर् भी शामिल हुए। इसमें श्रीलंका से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ व श्रीलंका सेना के कमांडर शावेंद्र सिल्वा और पूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ एडमिरल रविंद चंद्रासिरी विजेगरत्ने (रिटायर्ड), भूटान से रायल भूटान आर्मी के डिप्टी चीफ आपरेशंस कमांडर ब्रिगेडियर दोरजी रिनचेन, नेपाल से चीफ ऑफ जनरल स्टाफ (वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के समकक्ष) लेफ्टिनेंट जनरल कृष्ण खार्की और बांग्लादेश से ऑर्म्ड फार्सेस डिवीजन के लेफ्टिनेंट जनरल वकार उज रहमान, श्रीलंका के एडमिरल रवींद्र, भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस और भारत में फ्रांस के उच्चायुक्त एमेनुएल लेनेन भी जनरल रावत के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।