Garibandh Encounter : गरियाबंद के जंगल से निकला लाल आतंक का सफाया…19 लाख इनामी चार माओवादियों का समर्पण…

Garibandh Encounter
Garibandh Encounter : गरियाबंद और धमतरी जिले की सीमा पर फैले गोबरा जंगल में सुरक्षाबलों की सटीक कार्रवाई से नक्सल मोर्चे पर बड़ी सफलता मिली है। चार हार्डकोर माओवादियों ने हथियार डालते हुए आत्मसमर्पण कर दिया। इन पर कुल 19 लाख का इनाम घोषित था। सरेंडर करने वालों में दो पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं।
आत्मसमर्पण करने वालों में 8 लाख का इनामी दीपक उर्फ भीमा मंडावी, 5-5 लाख इनामी कैलाश उर्फ भीमा भोगम और रनिता उर्फ पायकी, साथ ही 1 लाख की इनामी(Garibandh Encounter) सुजीता शामिल हैं। ये सभी लंबे समय से नक्सल गतिविधियों में सक्रिय थे।
सुरक्षा बलों ने कार्रवाई के दौरान 16.5 लाख नकद, ग्रेनेड, बीजीएल लांचर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और वर्दियां बरामद कीं। पुलिस के मुताबिक 16-17 अगस्त की रात को जंगल में घेराबंदी की गई थी। इसके बाद सुबह माओवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसका जवानों ने कड़ा जवाब दिया। बढ़ते दबाव में चारों माओवादी आत्मसमर्पण करने को मजबूर हो गए।
पूछताछ में माओवादियों ने खुलासा किया कि जंगल में उन्होंने हथियार और कैश छिपा रखा था। अधिकारियों ने इसे नक्सलियों की रणनीति को बड़ा झटका(Garibandh Encounter) बताया है। आइजी अमरेश मिश्रा के मुताबिक यह कार्रवाई क्षेत्र में नक्सल नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में अहम कदम है। वहीं गरियाबंद एसपी निखिल रखेचा ने इसे “लाल आतंक पर निर्णायक प्रहार” करार दिया।