गजकेसरी गुरुपुष्यामृत योग: 7 राशियों का होगा मंगल, मिथुन, कर्क और कन्या राशि को मिलेगा…

gajakesari yoga
मिथुन राशि में बृहस्पति और चंद्रमा की युति से गजकेसरी राजयोग
gajakesari yoga: गजकेसरी गुरुपुष्यामृत योग जुलाई 2025: चातुर्मास प्रारंभ हो रहा है। गुरुवार, 24 जुलाई 2025 को चातुर्मास की पहली आषाढ़ दीप अमावस्या है। शुक्रवार, 25 जुलाई 2025 से श्रावण मास प्रारंभ हो रहा है। भारतीय संस्कृति और परंपरा में दिव्या का एक विशिष्ट और सामान्य महत्व है। खास बात यह है कि गजकेसरी और गुरुपुष्यामृत योग एक ही दिन पड़ रहे हैं। श्रावण मास की शुरुआत गुरुपुष्यामृत योग से हो रही है। गुरुवार शाम 4:43 बजे से अगले दिन यानी शुक्रवार सुबह 6:15 बजे तक गुरुपुष्यामृत योग है। मिथुन राशि में बृहस्पति और चंद्रमा की युति से गजकेसरी राजयोग बन रहा है। गजकेसरी और गुरुपुष्यामृत का एक ही दिन पडऩा लैक्टोज शुगर योग है और ये दोनों ही योग अत्यंत शुभ, पुण्य फलदायी और लाभकारी हैं। गजकेसरी और गुरुपुष्यामृत योग के एक ही दिन पडऩे से किन राशियों को उत्तम लाभ मिलेगा? धन-वैभव, पद-प्रतिष्ठा और धनलक्ष्मी की कृपा रहेगी?
मेष: यह समय शुभ और लाभकारी हो सकता है। अधिक लाभ प्राप्त हो सकता है। प्रसन्नता रहेगी। मन प्रसन्न रहेगा। व्यावसायिक दृष्टि से समय अनुकूल रहेगा। वाहन सुख प्राप्त हो सकता है। अचल संपत्ति, परिवहन आदि में अतिरिक्त लाभ प्राप्त हो सकता है। दृढ़ निश्चयी बनेंगे। दाम्पत्य जीवन सुखमय रहेगा।
मिथुन: आपको विशेष लाभ हो सकता है। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। कार्य पूर्ण होंगे। अटकी हुई योजनाएँ गति पकड़ेंगी। सुख-सुविधाओं पर खर्च करेंगे। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। राजनीति और सामाजिक क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय अच्छा रह सकता है। आपको पद और प्रतिष्ठा की प्राप्ति हो सकती है। व्यक्तित्व में निखार आएगा। आपके प्रतिद्वंदी आपकी सफलता से आश्चर्यचकित होंगे। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद समाप्त हो सकता है और रिश्तों में मधुरता आएगी।
कर्क: आपको उम्मीद से ज़्यादा लाभ हो सकता है। आपके व्यक्तित्व में एक अलग ही चमक दिखाई देगी। आप आत्मविश्वास से भरे रहेंगे। अटके हुए कार्य शीघ्र पूरे होंगे। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। आप सही निर्णय ले पाएँगे। साहस और लचीलापन दोनों ही देखने को मिलेंगे। परिवार में सुख-शांति का माहौल रहेगा। जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते मज़बूत होंगे। आपको हर कदम पर जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा।
कन्या: आप पर धनलक्ष्मी की कृपा हो सकती है। अचानक धन लाभ हो सकता है। व्यापार में धन कमाने के नए अवसर मिलेंगे। आप धन की बचत कर सकते हैं। आप संसाधन बढ़ाने की योजना बना सकते हैं। अगर आप नई नौकरी की तलाश में हैं, तो आपको शुभ समाचार मिल सकता है। आपको अपने करीबी दोस्तों का पूरा सहयोग मिल सकता है। आपको किसी लाभदायक योजना की जानकारी मिल सकती है। आपकी मनोकामना पूरी हो सकती है। आपका वैवाहिक जीवन सुखमय हो सकता है।
तुला: आपको विशेष लाभ मिल सकता है। शुरू किए गए कार्य, योजनाएँ पूरी हो सकती हैं। कार्यक्षेत्र में आपको अपेक्षित सफलता मिल सकती है। सरकारी कार्यों में आ रही रुकावटें दूर हो सकती हैं। अगर कोई काम अटका हुआ है, तो उसमें प्रगति देखने को मिल सकती है। ठेकेदारी का काम करने वालों को नया टेंडर मिलने की संभावना है। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। जीवनसाथी के साथ संबंधों में मधुरता आ सकती है।
वृश्चिक: आपको भाग्य का प्रबल साथ मिल सकता है। चौतरफा लाभ मिलने की संभावना है। व्यावसायिक योजनाएँ सफल हो सकती हैं। किसी प्रभावशाली व्यक्ति से परिचय हो सकता है। लाभ कमाने का अवसर मिल सकता है। आपको अपेक्षित सफलता मिलेगी। विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा रहेगा। आशा की किरण दिखाई दे सकती है। प्रयासों को सहयोग मिल सकता है। धार्मिक कार्यों में रुचि रहेगी। जीवनसाथी के साथ आपके संबंध प्रगाढ़ हो सकते हैं।
कुंभ: व्यापार में अपेक्षित परिणाम मिल सकते हैं। अच्छा लाभ मिलने की संभावना है। इस निवेश पर अच्छा रिटर्न मिलने का अवसर है। फिल्म, कला, गायन, नृत्य, डिज़ाइनिंग के क्षेत्र में काम करने वालों को एक अलग पहचान मिल सकती है। आप बिना किसी के प्रभाव के निर्णय ले सकते हैं। आपके द्वारा लिए गए निर्णयों से लाभ मिलने की संभावना भी बढ़ सकती है। परिवार में सुख-शांति बनी रह सकती है। जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर रहेंगे।
गुरुपुष्यामृत योग बार-बार नहीं बनता है। ऐसा माना जाता है कि गुरुपुष्यामृत योग अशुभता से बचने के लिए सर्वोत्तम है। यदि गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र हो, तो उस दिन ‘गुरुपुष्यामृत’ योग बनता है। यह योग सभी कार्यों के लिए शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस योग में सोना खरीदने से उसकी कीमत बढ़ जाती है। (यह जानकारी सामान्य मान्यताओं और ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है, और कहा जाता है कि इस संबंध में विशेषज्ञों से परामर्श लेना उपयोगी हो सकता है।)