fish farming: मत्स्य पालन बना किसानों की उन्नति की राह, सुधर रही आर्थिक स्थिति
fish farming: मत्स्य विकास कार्यक्रम योजना का मिला लाभ
सूरजपुर । fish farming: जिले में कृषक उत्थान हेतु विभिन्न कार्यक्रम चलाएं जा रहे है। जिसमे मत्स्य विभाग से भिन्न भिन्न योजना के अंतर्गत लाभ प्रदाय कर आजीविका हेतु संसाधन उपलब्ध कराएं जा रहे हैं। जो आज कृषक के आर्थिक उन्नति की राह बनकर उभरा है।
विभाग से अजजा वर्ग के हितग्राहियो के लिए मत्स्य विकास कार्यक्रम एवं हैचरी (बैकयार्ड) निर्माण के अंतर्गत बीज प्रदाय करने के साथ ही डबरी (fish farming) निर्माण एवं आवश्यक परामर्श दी जा रही है ।
जिससे कई कृषक लाभान्वित हुए हैं और पूर्व की अपेक्षा कई गुना अधिक आमदनी का अर्जन कर लाभ प्राप्त कर रहे हैं। कलेक्टर रणबीर शर्मा के मार्गदर्शन एवं सहायक संचालक मत्स्य पालन विभाग (fish farming) के निर्देशन में पात्र एवं जरूरतमंद हितग्राहियो को योजना के अंतर्गत लाभान्वित कर आजिविका हेतु कार्य किया जा रहा है।
इसी क्रम में अजजा वर्ग के हितग्राहियों के मत्स्य विकास कार्यक्रम एवं हैचरी बैकयार्ड निर्माण योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त कर चुके विकासखण्ड सूरजपुर के ग्राम संबलपुर निवासी जंगबहादुर बताते हैं कि पूर्व में वह केवल खेती पर आश्रित थे एवं उससे मिले पैसे से घर पर खाने की पूर्ति हो जाती थी लेकिन बच्चों की अच्छी शिक्षा एवं अन्य कार्यो के लिए हमेशा चिंता रहती थी।
इसी बीच मत्स्य पालन विभाग के अधिकारी गांव में आये थे और मत्स्य पालन की जानकारी दिए और सहयोग करने की बात भी कही। जंगबहादुर को योजना पसंद आई और उन्होंने आवेदन कर योजना का लाभ लिया।
उसके बाद योजना मद से डबरी निर्माण कर, मत्स्य बीज, पूरक आहार एवं समय समय पर विभागीय परामर्श लेकर पिछले 2 से 3 वर्षो से अच्छी आमदनी अर्जित कर रहे हैं।
वर्ष 2019-20 में कृषक जंगबहादुर द्वारा डबरी में मत्स्यपालन से 3.5 क्विंटल मछली का उत्पादन किया गया, जिससे उनको 50 हजार की अतिरिक्त आमदनी प्राप्त हुई है। उन्होंने इस हेतु राज्य शासन सहित जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है।