Fatty Liver Symptoms : शांत रहता है लेकिन खतरनाक है यह लिवर रोग, शरीर पहले ही देने लगता है चेतावनी के संकेत

Fatty Liver Symptoms

Fatty Liver Symptoms

आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में लोग थकान, पेट की परेशानी या वजन बढ़ने को मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यही छोटी-छोटी बातें आगे चलकर एक गंभीर बीमारी (Fatty Liver Symptoms) का रूप ले सकती हैं। फैटी लिवर भी ऐसी ही एक समस्या है, जो शुरुआत में शोर नहीं मचाती, लेकिन समय के साथ लिवर को अंदर ही अंदर कमजोर करती जाती है।

अक्सर यह माना जाता है कि फैटी लिवर सिर्फ शराब पीने वालों को होता है, जबकि हकीकत इससे काफी अलग है। बिना शराब पीने वाले लोगों में भी यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। असंतुलित खानपान, शारीरिक गतिविधि की कमी और मेटाबॉलिक गड़बड़ियां इसके बड़े कारण बनते जा रहे हैं।

फैटी लिवर आखिर होता क्या है?

जब लिवर की कोशिकाओं में जरूरत से ज्यादा फैट जमा होने लगता है, तो इसे फैटी लिवर कहा जाता है। शुरुआत में यह स्थिति रिवर्स हो सकती है, लेकिन अगर इसे लगातार अनदेखा किया जाए, तो लिवर की कार्यक्षमता प्रभावित (Fatty Liver Symptoms) होने लगती है। लिवर शरीर को डिटॉक्स करने, पाचन में मदद करने और ऊर्जा संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है, ऐसे में इसका कमजोर होना पूरे शरीर पर असर डालता है।

शरीर में दिखने वाले शुरुआती संकेत

फैटी लिवर की सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि कई मामलों में इसके लक्षण साफ नजर नहीं आते। फिर भी शरीर कुछ संकेत जरूर देता है, जिन्हें समझना जरूरी है।

लगातार थकान महसूस होना, बिना ज्यादा काम किए भी शरीर का जवाब देने लगना, पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में भारीपन या हल्का दर्द, भूख न लगना या जल्दी पेट भर जाना, ये सभी लक्षण फैटी लिवर से जुड़े हो सकते हैं। कुछ लोगों में वजन तेजी से बढ़ता है, जबकि कुछ को अपच और गैस की शिकायत बनी रहती है।

इलाज न हुआ तो बढ़ सकता है खतरा

अगर समय रहते जांच और इलाज न हो, तो फैटी लिवर आगे चलकर सूजन की स्थिति पैदा कर सकता है। इसके बाद लिवर की कोशिकाओं में जख्म (Fatty Liver Symptoms) बनने लगते हैं, जिससे लिवर धीरे-धीरे सख्त होने लगता है। गंभीर मामलों में यह स्थिति जानलेवा भी साबित हो सकती है। यही वजह है कि डॉक्टर शुरुआती स्टेज में ही लाइफस्टाइल सुधार पर जोर देते हैं।

कैसे रखें लिवर को सुरक्षित

लिवर को स्वस्थ रखने के लिए किसी महंगी दवा से ज्यादा जरूरी है आपकी रोजमर्रा की आदतें। वजन को संतुलित रखना, रोज कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी, तली-भुनी और प्रोसेस्ड चीजों से दूरी, मीठे पेय पदार्थों का सीमित सेवन और पर्याप्त नींद, ये सभी लिवर को राहत देते हैं।

अगर लंबे समय से थकान या पेट से जुड़ी परेशानी बनी हुई है, तो इसे नजरअंदाज न करें। एक साधारण ब्लड टेस्ट और अल्ट्रासाउंड से फैटी लिवर की स्थिति का पता लगाया जा सकता है।