बेटे को पढ़ाने बेच दी पूरी जमीन, पत्नी-बेटी ने छोड़ा साथ, रद्दी की किताबें पढ़ बेटा बना IPS
IPS इंद्रजीत महथा की संघर्षभरी कहानी
नई दिल्ली/नवप्रदेश। पिता (father) एक छोटे किसान (farmer) । बेटे (son) को आईपीएस अधिकारी (ips officer) बनाने 80 फीसदी जमीन बेच दी। बेटे ने भी पिता के त्याग की कद्र करते हुए पैसों के अभाव में हार नहीं मानी। नई किताबों के लिए पैसे न होने पर रद्दी की किताबें पढ़कर सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी की और आईपीएस (ips) अधिकारी बने।
पिता श्रमिक, मां ने शादियों में बनाईं रोटियां, पर बेटे को बनाया देश का सबसे कम उम्र का IPS
ये कहानी है आईपीएस अधिकारी (ips officer) इंद्रजीत महथा (indrajeet mahatha) की। उनके संघर्ष की गाथा इतनी ही नहीं है। पहले अटेंप्ट में असफलता हाथ लगने पर पिता को गुस्सा आया । फिर भी उन्होंने बेटे इंद्रजीत महथा (indrajeet mahatha) के प्रति अपनी जिद नहीं छोड़ी।
किडनी बेचने तक को तैयार हो गए। हालांकि इसकी नौबत नहीं आई क्योंकि बेटे (son) ने अपने किसान (farmer) पिता (father) की भावनाओं अपने दिल की गहराई तक उतार लिया था। पैसे न होने पर इंद्रजीत ने रद्दी में बेची जाने वाली पुरानी किताबें व किसी तरह जुगाड़ी गई अन्य किताबों के जरिए अपनी तैयारी पूर्ण की। दूसरे अटेंप्ट में इंद्रजीत ने एग्जाम पास की और आईपीएस बन गए।
मां व बहन घर छोड़ चले गई मामा के पास
इंद्रजीत को आईपीएस बनाने के संघर्ष में उनके परिवार की माली हालत खस्ता हो गई। क्योंकि पिता के पास खेती के अलावा दूसरा कोई आय का स्रोत नहीं थी। घर की स्थिति देख इंद्रजीत की मां व बहन पिता को छोड़ मामा के घर चल गए। लेकिन इंद्रजीत अपने पिता के ही पास रहा। और आखिरकार पिता के त्याग और अपनी मेहनत के बूते इंद्रजीत ने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया।