Fake GST Companies : हर महीने हज़ारों कंपनियां बन रही 'फर्जी'…GST सिस्टम की सबसे बड़ी लूट…15,851 करोड़ की इनपुट टैक्स चोरी बेनकाब…

Fake GST Companies : हर महीने हज़ारों कंपनियां बन रही ‘फर्जी’…GST सिस्टम की सबसे बड़ी लूट…15,851 करोड़ की इनपुट टैक्स चोरी बेनकाब…

Input tax evasion of Rs 15,851 crore exposed

Fake GST Companies

Fake GST Companies : सरकारी टैक्स सिस्टम को चकमा देने के लिए कुछ कारोबारियों ने मिलकर ऐसा जाल बिछाया, जो देखने में तो कागज़ों पर सही था, लेकिन हकीकत में एक ‘घोस्ट नेटवर्क’ की तरह पूरी व्यवस्था को लूट रहा था। ताज़ा जांच में देशभर में 3,558 ऐसी कंपनियों का खुलासा हुआ है जो सिर्फ और सिर्फ GST के तहत इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का गलत दावा करने के मकसद से बनाई गई थीं।

GST विभाग की जांच रिपोर्ट के मुताबिक, सिर्फ तीन महीने (अप्रैल से जून 2025) में इन कंपनियों के जरिए कुल ₹15,851 करोड़ का फर्जी ITC क्लेम किया गया। यानी ये पैसा सीधे सरकारी खज़ाने को चूना लगाने की साजिश थी – और वो भी बिना कोई असली बिज़नेस किए।

हर महीने औसतन 1,200 फर्जी कंपनियां पकड़ में आ रही हैं

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “हर महीने औसतन 1,200 से ज्यादा फेक GST रजिस्ट्रेशन(Fake GST Companies) सामने आ रहे हैं। इनमें से अधिकांश कंपनियों का ना कोई ऑफिस होता है, ना कर्मचारी, ना इन्वेंट्री – सिर्फ बिलों पर कारोबार।” पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस बार फर्जी कंपनियों की संख्या थोड़ी कम जरूर हुई है, लेकिन फ्रॉड की रकम में 29% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

53 गिरफ्तार, 659 करोड़ की रिकवरी भी

जांच में जिन 3,558 कंपनियों का भंडाफोड़ हुआ है, उनके तार एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। इन मामलों में अब तक 53 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और करीब 659 करोड़ रुपये की रकम रिकवर भी हुई है। पिछली साल इसी अवधि में 3,840 फर्जी कंपनियां पकड़ी गई थीं, और ₹12,304 करोड़ का फर्जी ITC क्लेम सामने आया था।

कैसे होता है ये फर्जीवाड़ा?

GST के तहत जब कोई व्यापारी अपने सप्लायर से माल खरीदता है तो उस पर टैक्स(Fake GST Companies) चुकाता है। बाद में वही टैक्स उसका ITC बन जाता है – जिसे वह अपनी टैक्स लायबिलिटी से घटा सकता है। यही सिस्टम बेईमान व्यापारियों के लिए ‘कमाई का रास्ता’ बन गया है। वे फर्जी कंपनी बनाकर नकली बिलों के ज़रिए टैक्स क्रेडिट क्लेम करते हैं, बिना कोई असल लेन-देन किए।

पूरे देश में फैला है नेटवर्क

दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र, राजस्थान से लेकर बंगाल तक, ये फर्जीवाड़ा पूरे देश में फैला हुआ है। सूत्रों के अनुसार, कुछ ITC नेटवर्क्स तो इंटरस्टेट लिंक्ड हैं, जहां एक राज्य में फर्जी खरीद और दूसरे में फर्जी बिक्री दिखाई जाती है।

सिर्फ 2024-25 में 25,000 से ज़्यादा फर्जी कंपनियों का पता चला

आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले पूरे वित्तीय वर्ष 2024-25 में GST(Fake GST Companies) अधिकारियों ने 25,009 फर्जी कंपनियों का भंडाफोड़ किया था, जो ₹61,545 करोड़ के फर्जी ITC से जुड़ी थीं। यानी सरकार को करोड़ों नहीं, हज़ारों करोड़ रुपये की चपत लगी, और इस पूरे खेल की कमान कुछ लोगों ने बैठकर बिलों के खेल से संभाली थी।

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