फर्जी जीएसटी बिलों से की 20 करोड़ की धोखाधड़ी, गिरफ्तार
नई दिल्ली/नवप्रदेश। जाली जीएसटी बिल (fake gst bill) जारी कर 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी (fraud) करने के आरोप में एक व्यवसायी काे गिरफ्तार (arrest) किया गया है। जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (dggi) की गुरुग्राम इकाई ने यह कार्रवाई की है। गिरफ्तार व्यवसायी का नाम राजीव गुप्ता है।
राजीव दिल्ली के मुड़ंका स्थित आरएसटी बैटरीज का साझेदार और हरियाणा के बहादुरगढ़ स्थित आरएसटी बैटरीज प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक है। राजीव ने 136 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम के जाली जीएसटी बिल (fake gst bill) जारी कर 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी (fraud) की थी।
54 से ज्यादा फर्जी कंपनियों के जरिए धोखाधड़ी
वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुये कहा कि इस धोखाधड़ी को 52 से ज्यादा फर्जी कंपनियों के माध्यम से अंजाम दिया गया। इन कंपनियों का इस्तेमाल विभिन्न डीलरों और विनिर्माताओं को फर्जी बिल जारी करने के लिए किया गया।
12 जुलाई से फरार था आरोपी
बयान में कहा गया है कि राजीव गुप्ता 12 जुलाई 2019 से फरार था। डीजीजीआई (dggi) द्वारा उसे पकड़ने के लिए की गई कई कोशिशों के बाद आखिरकार उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।
अपराध की संगीनता को देखते हुए उसे जीएसटी कानून के अंतर्गत संज्ञेय और गैर-जमानती माना गया। राजीव को न्यायालय ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।