EOW Raid Chhattisgarh : 50 करोड़ की कोल लेवी घोटाले की गूंज…जयचंद कोसले के घर से बरामद चौंकाने वाले सबूत…

EOW Raid Chhattisgarh
EOW Raid Chhattisgarh : आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की टीम ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए कांग्रेस शासनकाल में मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ रहे लिपिक सहायक ग्रेड-2 जयचंद कोसले (EOW Raid Chhattisgarh) के घर पर गुप्त छापा मारा। अकलतरा के वार्ड नंबर 15 स्थित आंबेडकर चौक के पास उसके मकान में सुबह 6 बजे दबिश दी गई। कार्रवाई पूरे आठ घंटे चली और टीम को वहां से भारी मात्रा में अहम कागजात और संदिग्ध लेन-देन से जुड़े सबूत मिले।
सूत्रों के मुताबिक जयचंद कोसले (EOW Raid Chhattisgarh) न केवल सचिवालय में महत्वपूर्ण पदों पर रहा, बल्कि वह कोल ब्लाक घोटाले में आरोपित आईएएस सौम्या चौरसिया का नजदीकी सहयोगी भी था। चौरसिया पहले से ही भ्रष्टाचार और अवैध लेन-देन में गंभीर आरोपों का सामना कर रही है। जांच एजेंसी का मानना है कि जयचंद और सौम्या के रिश्ते इस घोटाले की बड़ी कड़ी साबित हो सकते हैं।
छापे के दौरान जांच दल ने घर के हर कमरे की तलाशी ली। बैंक अकाउंट्स, जमीन-जायदाद और संपत्ति से जुड़े महत्वपूर्ण रिकॉर्ड जब्त किए गए। अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में जयचंद की घोषित आय और उसकी संपत्ति में बड़ा अंतर सामने आया है। पूर्व में भी उसके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायतें दर्ज थीं। इन्हीं आरोपों के आधार पर डीएसपी अजितेश सिंह के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई।
छापे की खबर फैलते ही मोहल्ले में भारी भीड़ जुट गई और लोग कार्रवाई की चर्चा करते रहे। ईओडब्ल्यू (EOW Raid Chhattisgarh) की टीम ने स्पष्ट किया कि जब्त दस्तावेजों और खातों की गहराई से जांच की जाएगी। अगर आरोप पुष्ट होते हैं तो जयचंद पर आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया जाएगा। लगभग आठ घंटे की तलाशी के बाद टीम दोपहर दो बजे मकान से बाहर निकली। यह कार्रवाई न सिर्फ अकलतरा बल्कि पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई।
(EOW Raid Chhattisgarh) रायपुर के घर पर भी दबिश
राज्य ईओडब्ल्यू ने रायपुर में भी जयचंद कोसले के ठिकानों पर तलाशी ली। भादंवि की धारा 420, 120 बी, 384, 467, 468 और 471 के तहत दर्ज मामले में रायपुर और अकलतरा स्थित आवासों पर एक साथ दबिश दी गई। आरोप है कि जयचंद कोसले, आईएएस सौम्या चौरसिया का मुख्य सहयोगी था और उसने अवैध कोल लेवी की लगभग 50 करोड़ रुपये की राशि का प्रबंधन किया। यह छापा आने वाले समय में और भी बड़े खुलासों का आधार बन सकता है।