Elephant Rampage : हाथी ने रातों-रात बस्ती में मचाया कहर, ग्रामीणों की जान पर आया खतरा

Elephant Rampage
Elephant Rampage : छत्तीसगढ़ के एक गाँव में रात का अंधेरा और सन्नाटा अचानक ही डरावने नज़ारों में बदल गया। लोगों को कुछ समझ में नहीं आया कि अचानक उनके सामने क्या घटित होने वाला है। घरों में रोशनी जल गई, लेकिन डर और अफरा-तफरी के बीच कोई बाहर निकलने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था।
आस-पास की हवा में डर का माहौल था। लोग अपने बच्चों को पकड़कर अंदर की ओर भाग रहे थे। कुछ लोग छतों पर चढ़ गए तो कुछ अपने घरों में बंद हो गए। तभी गाँव में दहाड़ की आवाज़ गूँजी, जिससे हर कोई हैरान रह गया।
शोर सुनकर पड़ोसी अपने घरों से बाहर झांक रहे थे। किसी ने सोचा कि शायद कोई जानवर है, लेकिन कुछ ही मिनटों में स्थिति और भयावह हो गई। कई लोग बाहर दौड़ते हुए अपने कीमती सामान को बचाने की कोशिश करने लगे।
घटना कोरबा जिले के पसान बस्ती, वार्ड नंबर 8 में हुई। इस क्षेत्र में करीब 3 घंटे तक एक दंतैल हाथी घूमा और स्थानीय लोगों के लिए मौत और तबाही का सबब बन गया। हाथी ने घरों की दीवारें, दुकानों के शटर, बाइक और कार के शीशे (Elephant Rampage) तोड़ दिए। कुछ लोगों ने घटनास्थल का VIDEO बनाने की कोशिश की, जिससे हाथी और भड़क गया और उसने उन्हें दौड़ा दिया।
हाथी की दहाड़ से पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने अपनी जान बचाने के लिए घरों की छतों पर चढ़कर शरण ली। एक स्टाफ नर्स के आटा चक्की के शटर को तोड़कर हाथी ने अंदर रखा धान खा लिया। वहीं हाथी ने पास के फसलों को भी नुकसान पहुंचाया।
पसान के वार्ड नंबर 8 के पंच की कार और एक किसान की बाइक को हाथी ने क्षतिग्रस्त कर दिया। ग्रामीण वन विभाग के कर्मचारियों के साथ हाथी को खदेड़ने का प्रयास कर रहे थे। हालांकि, कुछ लोग VIDEO और सेल्फी लेने के चक्कर में हाथी के और करीब चले गए, लेकिन किसी को गंभीर चोट नहीं आई।
डिप्टी रेंजर ईश्वर दास मानिकपुरी ने बताया कि हाथी को जंगल की ओर खदेड़ दिया गया है और वन विभाग उसकी गतिविधियों पर नजर रख रहा है। ग्रामीणों को सुरक्षा संबंधी निर्देश दिए जा रहे हैं। इस पूरे घटनाक्रम से पसान बस्ती के लोग दहशत में हैं और कई लोग पड़ोसियों के घरों में शरण लेने को मजबूर हुए।
इस घटना से स्पष्ट है कि जंगल और इंसानों के बीच संतुलन बनाए रखना कितना जरूरी है। VIDEO और सोशल मीडिया पर इस तरह की हल्की-फुल्की साहसिकता (Elephant Rampage) कभी-कभी जान-माल के लिए खतरा बन सकती है। ग्रामीणों ने हाथी और वन विभाग के बीच तालमेल की सराहना की। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि ऐसे मामले में भविष्य में और अधिक सतर्कता बरती जाएगी।