संपादकीय: कांग्रेस के आरेाप पर चुनाव आयोग का जवाब
Election Commission’s response to Congress’s allegation: हाल ही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शर्मनाक पराजय का सामना करने वाली महाविकास अघाड़ी ने चुनावी प्रक्रिया पर सवालिया निशान लगाये थे। कांग्रेस पार्टी ने तो निर्वाचन आयोग को लिखित शिकायत की थी कि मनमाने ढंग से लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाये गये थे, जिसकी वजह से पचास विधानसभा सीटों में मतदाता सूची में गड़बड़ी करने की वजह से उनमें से 47 सीटों पर भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति गठबंधन को जीत मिल गई थी।
कांग्रेस के इस आरोप को भ्रामक बताते हुए चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि मनमाने तरीके से कहीं भी मदताआों के नाम नहीं हटाये गये थे और न ही नये नाम जोड़े गये थे। मतदान प्रतिशत को लेकर जो शंका जाहिर की गई थी उस पर भी अपना स्पष्टीकरण देते हुए चुनाव आयोग ने कहा है कि वास्तविक मतदान प्रतिशत में किसी भी तरह का बदलाव करना असंभव है।
चुनाव आयोग के मुताबिक फार्म 17 सी पोलिंग बूथ पर मतदान समाप्त होने के दौरान सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों द्वारा नियुक्त किये गये एजेंटों के पास उपलब्ध रहता है इसलिए इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी की कोई संभावना नहीं रहती। रही बात मतदाता सूची की तो इसको तैयार करने में पूरी पारदर्शिता बरती जाती है और निर्धारित प्रक्रिया का पालन किया जाता है।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस की शिकायत के जवाब में यह भी कहा है कि महाराष्ट्र में मतदाता सूची बनाने में कांग्रेस प्रतिनिधियों की भागीदारी सहित उचित प्रक्रिया का नियमानुसार पालन किया गया है। इसलिए कांग्रेस की यह शिकायत सही नहीं है।
गौरतलब है कि महराष्ट्र में अपनी करारी हार को कांग्रेस सहित महाविकास अघाड़ी में शामिल अन्य दल अभी तक नहीं पचा पा रहे हैं और पूरी चुनावी प्रक्रिया पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। उनकी शिकायत पर चुनाव आयोग के इस जवाब के बाद अब इस विवाद का पटाक्षेप हो जाना चाहिए।