राइस मिलर्स के घरों में ईडी के 6 अधिकारियों की पहुंची टीम
जिला मुख्यालय के अनुपम नगर और लखोली में टीम दस्तावेजों की जांच में रात तक जुटी रही
मामला कस्टम मिलिंग की प्रोत्साहन राशि के एवज में प्रति क्विंटल 20 रुपये की वसूली का
राजनांदगांव/नवप्रदेश। ED raids CG Rajnandgaon rice miller’s house: प्रदेश में एक बार फिर भ्रष्टाचार पर लगाम के लिए छापा पड़ा है। राजनांदगांव में दो राईस मिलर्स के यहां जांच की जा रही है। जिला मुख्यालय में संतोष अग्रवाल उर्फ टिल्लू और सुनील उभरानी नामक राइस मिलर के यहां रात तक जांच की गई है। जानकारी अनुसार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कस्टम मिलिंग की प्रोत्साहन राशि में गड़बड़ी को लेकर यह कार्रवाई की है।
जानकारी अनुसार पहले राजनांदगांव शहर (ED raids CG Rajnandgaon rice miller’s house) के अनुपम नगर स्थित संतोष अग्रवाल के घर पर छापा मारा गया है। वे राइस मिल एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष हैं। वहीं दूसरा छापा शाम को सुनील उभरानी के यहां लखोली में जनता कॉलोनी के सामने पड़ा। संतोष का छुरिया एरिया में और सुनील का लखोली में मील है। लगभग छह अधिकारियों का दल मिलर के घर पर सुबह छह बजे से वहीं लखोली में शाम से जांच में जुटी है। एक सप्ताह के भीतर ईडी की यह दूसरी कार्रवाई है।
ऐसा है मामला
मामले में जानकारी अनुसार 2021-22 में कस्टम मिलिंग की प्रोत्साहन राशि के एवज में मिलर्स से प्रति क्विंटल 20 रुपये की जो वसूली की गई थी, उसमें संतोष भी शामिल था। वहीं से एकत्र राशि नागरिक आपूर्ति निगम के तत्कालीन एमडी मनोज सोनी तक पहुंचाई गई थी। इस मामले में तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल का भी नाम शामिल है। इसकी जांच ईडी के साथ ही एसीबी भी कर रही है।
8 और 9 जून को डोंगरगढ़ से दस्तावेज ले गए
वहीं ईडी ने (ED raids CG Rajnandgaon rice miller’s house) 8 और 9 जून को भी इसी तरह की दबिश जिला राईस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल के डोंगरगढ़ स्थित निवास पर दबिश दी थी। जहां से दस्तावेजों की जांच की गई थी। वहां से दस्तावेजों की दो पोटली रायपुर ले जाई गई थी। हालांकि जांच में क्या मिला, इसकी जानकारी आधिकारिक तौर पर नहीं मिल पाई है।