Donald Trump Trade Announcement : अमेरिका-चीन व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर…ट्रंप ने दी बड़ी घोषणा…भारत संग डील का भी इशारा…

Donald Trump Trade Announcement : अमेरिका-चीन व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर…ट्रंप ने दी बड़ी घोषणा…भारत संग डील का भी इशारा…

वॉशिंगटन, 27 जून| Donald Trump Trade Announcement : अमेरिका और चीन के बीच वर्षों से चले आ रहे व्यापारिक तनाव को पीछे छोड़ते हुए एक ऐतिहासिक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इसकी औपचारिक पुष्टि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार देर रात की। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के साथ एक “बहुत बड़ा” व्यापार समझौता जल्द होने वाला है, जिससे वैश्विक व्यापार संतुलन में नया मोड़ आ सकता है।

दो दिन पहले हुआ समझौता, ट्रंप ने की पुष्टि

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा:

“हमने अभी-अभी चीन के साथ इस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।”

हालांकि उन्होंने और अमेरिका के वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने इस समझौते की विस्तृत शर्तें साझा नहीं (Donald Trump Trade Announcement)कीं। लेकिन लुटनिक ने यह स्पष्ट किया कि यह समझौता सप्ताह की शुरुआत में ही कर लिया गया था।

समझौते की प्रमुख बातें (अब तक ज्ञात)

बराबरी की पहल पर आधारित समझौता — दोनों देश समान स्तर पर प्रतिबद्धताएं निभाएंगे।

चीन दुर्लभ खनिजों (rare earth minerals) के निर्यात लाइसेंस केवल कानूनी रूप से योग्य मामलों में ही जारी करेगा।

अमेरिका, चीन पर लगाए गए कुछ प्रतिबंधात्मक उपायों को हटाने के लिए तैयार है।

टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े क्षेत्रों में व्यावसायिक स्थिरता की संभावनाएं बनी हैं।

हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं (Donald Trump Trade Announcement)है कि चीन अमेरिका को दुर्लभ खनिजों तक विशेष पहुंच देगा या नहीं, जो तकनीकी उपकरणों में बेहद अहम होते हैं।

भारत के साथ भी “बहुत बड़ी डील” की तैयारी

ट्रंप ने इस मौके पर भारत के साथ एक बड़े व्यापार समझौते का भी संकेत दिया। उन्होंने कहा:

“हम एक और समझौता करने जा रहे हैं, संभवतः भारत के साथ — बहुत बड़ा। हम भारत के लिए रास्ते खोलने जा रहे हैं।”

यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका ने 2 अप्रैल को घोषित टैरिफ पॉलिसी पर 9 जुलाई तक के लिए रोक लगाई हुई है।

ट्रंप का सख्त रुख

राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी कहा:

“हम हर किसी से समझौता नहीं करेंगे। कुछ देशों को सिर्फ एक पत्र भेजेंगे कि धन्यवाद, आप अब 25%, 35%, 45% टैरिफ का भुगतान करेंगे। यह ज्यादा आसान तरीका है।”

क्यों महत्वपूर्ण है यह समझौता?

यह वैश्विक सप्लाई चेन के स्थायित्व में मदद करेगा।

इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, सेमीकंडक्टर, और टेक्नोलॉजी सेक्टर में अमेरिका-चीन सहयोग बढ़ सकता है।

अमेरिका की संभावित भारत डील से दक्षिण एशिया को व्यापारिक रूप से लाभ मिल सकता है।

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में जोखिम प्रीमियम कम होने की संभावना है।

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