Director Health Services Irregularities In CG : बिना अनुमति गैरहाजिर साह. अधीक्षक पर मेहरबान है पूरा महकमा
शासकीय सेवा शर्तों को मुंह चिढ़ाता बाबू 5 साल में 6 बार कर लिया विदेश यात्रा, बिना अनुमति अरब, थाईलैंड और नेपाल टूर पर गया, PMO से लेकर ध्यानाकर्षण में उठा मुद्दा फिर भी कार्रवाई तो दूर जांच तक नहीं हुई
सुकांत राजपूत
रायपुर/नवप्रदेश। Director Health Services Irregularities In CG : पांच साल में 6 बार 30 दिन बिना अनुमति विदेश प्रवास में रहने वाले मदन विश्वकर्मा सहायक अधीक्षक संचालक स्वास्थ्य सेवाएं पर मंत्री से लेकर अफसर तक मेहरबान हैं। पीएमओ कार्यालय में शिकायत के बाद जांच का निर्देश हुआ फिर भी कार्रवाई तो दूर रिपोर्ट तक सार्वजनिक नहीं हुई। वर्ष 2023 में विधानसभा सत्र में खासतौर पर ध्यानाकर्षण में कथित बाबू संवर्ग के खिलाफ सवाल उठाया गया। लेकिन, कलेक्टर और अपर कलेक्टर द्वारा विभाग को जांच कार्रवाई के लिए ताकीद की गई फिर भी डीएचएस के जिम्मेदार खामोश रहे।
आखिरकार एक बार फिर ऐन छत्तीसगढ़ विधानसभा के पावस सत्र से चंद रोज पहले 2012 से बजट शाखा की बागडोर सम्हाल रहे फॉरेन रिटर्न मदन विश्वकर्मा को खानापूर्ति करते हुए 4 जुलाई 2024 को ट्रांसफर कर दिया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि तबादला कार्यप्रणाली में लापरवाही या विभागीय शिकायत के लिए किया गया है या फिर प्रक्रिया के तहत यह उल्लेखित नहीं किया गया। विभाग में चर्चा है कि यह सिर्फ सत्र तक के लिए की गई कवायद मात्र है।
सेवाओं की शर्तें और नियमों को ताक में रखा
क्योंकि शासकीय सेवाओं की शर्तें और नियमों को ताक में रखने वाले सहायक अधीक्षक मदन विश्वकर्मा ने अब तक जॉइन ही नहीं किया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग का स्पष्ट निर्देश है कि अनधिकृत अनुपस्थिति या कर्तव्य विमुख शासकीय सेवकों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई किया जाये। बावजूद इसके संचालक स्वास्थ्य सेवाएं के सहायक अधीक्षक मदन विश्वकर्मा पर कार्रवाई से विभागीय मंत्री से लेकर आला अफसरों तक के हांथ क्यों कांपते हैं ?
बिना पूछे फॉरेन टूर, अब बिना बताये अनुपस्थित
सहायक अधीक्षक मदन विश्वकर्मा को बजट शाखा से 4 जुलाई को हटा दिया गया था। आदेश के बाद भी वे अपने कर्तव्य से अनुपस्थित हैं। लगातार उनकी बिना बताये दफ्तर नहीं आने की तस्दीक विभागीय कार्यालय में लगी बायोमीट्रिक मशीन भी करती है। उपस्थिति रजिस्टर में भी उनकी गैर मौजूदगी से साफ हो जाता है कि उनपर विभागीय अफसर ही नहीं शासकीय नियम-शर्तों का भी खौफ नहीं है।
अब होगी संपत्ति की शिकायत
डीएचएस के सबसे बेख़ौफ़ असिस्टेंट सुप्रीटेंडेंट के संबंध में 5 साल में 6 बार थाईलैंड, सऊदी अरब और नेपाल की करीब 30 दिन की यात्रा बिना विभागीय अनुमति के की गई थी। इसकी शिकायत पीएमओ में की गई लेकिन कुछ नहीं हुआ। फिर विधानसभा सत्र के दौरान दो बार ध्यानाकर्षण में सवाल उठने के बाद भी कार्रवाई तो दूर जांच तक नहीं की गई। संचालक स्वास्थ्य सेवाएं को हाईजैक करके मदन विश्वकर्मा पद पर बने रहे। इस बार पति-पत्नी की संपत्ति की शिकायत जांच होगी।
सुलगते सवाल
- स्वास्थ्य सेवाएं में बजट शाखा में कैसे सालों साल पदस्थ रहा?
- वर्ष 2018, 2019 और 2022 में बिना अनुमति विदेश कैसे गया ?
- चल-अचल संपत्ति और हाल ही में विवादित 14 एकड़ जमीन से क्या है संबंध?
- पद में रहते हुए डिमांड और ठेका सप्लाय में क्या रहती थी भूमिका ?
- मूल नियुक्ति के बाद पदोन्नति और पदस्थापना की क्या होगी समीक्षा ?
- क्या सचिवालय, संचालनालय और सीजीएमएससी में कोई लूप होल है ?