Diljit Dosanjh Controversy : देशभक्ति बनाम विवाद…’बॉर्डर-2′ में दिलजीत की मौजूदगी पर उठे सवाल…लेकिन मेकर्स की चुप्पी क्या इशारा कर रही है…?

मुंबई, 26 जून। Diljit Dosanjh Controversy : हजारों दिलों की धड़कन बन चुके दिलजीत दोसांझ अब एक अलग ही वजह से सुर्खियों में हैं। इस बार मंच संगीत का नहीं, बल्कि देशभक्ति का है—और इसी मंच पर सवाल उठ रहे हैं उनके होने या न होने पर। आगामी फिल्म ‘बॉर्डर-2’ में उनकी मौजूदगी पर बहस छिड़ गई है। इस देशभक्ति से भरी फिल्म में जहां फौजियों की ज़िंदगी और कुर्बानी को दिखाया जाएगा, वहीं दिलजीत की हालिया फिल्म को लेकर विवादों ने नई बहस को जन्म दे दिया है।
क्यों उठे दिलजीत पर सवाल?
फिल्म ‘सरदार जी 3’ में एक पाकिस्तानी अभिनेत्री की कास्टिंग के बाद सोशल मीडिया पर गुस्से की लहर है। दर्शकों का मानना है कि देश के मौजूदा माहौल में ऐसी कास्टिंग देशभक्ति की भावना को ठेस पहुंचा सकती (Diljit Dosanjh Controversy)है। इसके अलावा फिल्म के विदेश में रिलीज की खबर ने भी दिलजीत की छवि पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
हालांकि दिलजीत ने सफाई दी कि जब उन्होंने फिल्म साइन की थी, तब माहौल अलग था और यह फैसला प्रोड्यूसर्स का है। लेकिन इस तर्क ने लोगों का गुस्सा और भड़का दिया। अब दिलजीत की देशभक्ति पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है।
बॉर्डर-2 से बाहर करने की मुहिम तेज
देश की सरहद पर कुर्बानी देने वाले फौजियों की कहानी पर आधारित ‘बॉर्डर-2’ में दिलजीत का होना अब दर्शकों को रास नहीं आ रहा। इंटरनेट पर यह ट्रेंड चलने लगा है कि क्या ऐसी भावना से समझौता किया जा सकता (Diljit Dosanjh Controversy)है? कुछ यूजर्स का कहना है कि अगर फिल्म देशभक्ति का संदेश देती है, तो उसमें शामिल चेहरों की छवि भी वैसी ही होनी चाहिए।
मेकर्स की चुप्पी क्या संकेत दे रही है?
जहां दर्शकों की ओर से तीखा विरोध देखा जा रहा है, वहीं ‘बॉर्डर-2’ के निर्माताओं की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। यही चुप्पी लोगों को और भी अधिक असमंजस में डाल रही है। क्या यह चुप्पी किसी बड़े फैसले की तैयारी है? या फिर यह दर्शकों की नाराजगी के बाद भी कलाकार के साथ खड़े रहने का संकेत है?
फिल्म के प्रशंसक, खासकर वो जो ‘बॉर्डर’ जैसी क्लासिक फिल्म के सीक्वल का इंतजार कर रहे हैं, चाहते हैं कि फिल्म की आत्मा से कोई समझौता न (Diljit Dosanjh Controversy)हो। ऐसे में मेकर्स के सामने अब दोराहे जैसा माहौल बन गया है—या तो वो दिलजीत के साथ खड़े रहें, या जनता की आवाज़ को प्राथमिकता दें।