BREAKING : राज्य में 29 जनवरी तक 91.87 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीदी
Dhan Kharidi in Chhattisgarh : अब तक 20.52 लाख किसानों ने बेचा धान
रायपुर/नवप्रदेश। Dhan Kharidi in Chhattisgarh : राज्य में समर्थन मूल्य पर 29 जनवरी 2021 तक 91 लाख 87 हजार 744 मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है।
अब तक राज्य के 20 लाख 52 हजार 59 किसानों ने अपना धान बेचा। प्रदेश में कस्टम मिलिंग के लिए 31 लाख 55 हजार 536 मीट्रिक टन धान का डीओ जारी किया जा चुका है, जिसके विरूद्ध मिलर्स द्वारा अब तक 29 लाख 43 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है।
खरीफ वर्ष 2020-21 में 29 जनवरी 2021 तक राज्य के बस्तर जिले में एक लाख 42 हजार 480 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। इसी प्रकार बीजापुर जिले में 60 हजार 155 मीट्रिक टन, दंतेवाड़ा जिले में 16 हजार 164 मीट्रिक टन, कांकेर जिले में 2 लाख 96 हजार 81 मीट्रिक टन,
कोण्डागांव जिले में एक लाख 43 हजार 335 मीट्रिक टन, नारायणपुर जिले में 19 हजार 544 मीट्रिक टन, सुकमा जिले में 38 हजार 249 मीट्रिक टन, बिलासपुर जिले में 4 लाख 50 हजार 920 मीट्रिक टन, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 74 हजार 798 मीट्रिक टन, जांजगीर-चांपा जिले में 7 लाख 98 हजार 147 मीट्रिक टन, कोरबा जिले में एक लाख 35 हजार 100 मीट्रिक टन, मुंगेली जिले में 3 लाख 61 हजार 316 मीट्रिक टन खरीदी की गई है।
रायगढ़ जिले में 5.32 लाख
इसी तरह रायगढ़ जिले में 5 लाख 32 हजार 474 मीट्रिक टन, बालोद जिले में 5 लाख 21 हजार 670 मीट्रिक टन, बेमेतरा जिले में 5 लाख 87 हजार 564 मीट्रिक टन, दुर्ग जिले में 4 लाख 6 हजार 892 मीट्रिक टन, कवर्धा जिले में 3 लाख 93 हजार 470 मीट्रिक टन, राजनांदगांव जिले में 7 लाख 60 हजार 466 मीट्रिक टन, बलौदाबाजार जिले में 6 लाख 68 हजार 118 मीट्रिक टन, धमतरी जिले में 4 लाख 27 हजार 640 मीट्रिक टन, गरियाबंद जिले में 3 लाख 23 हजार 162 मीट्रिक टन, महासमुंद जिले में 7 लाख 47 हजार 645 मीट्रिक टन, रायपुर जिले में 5 लाख 3 हजार 307 मीट्रिक टन धान की खरीदी (dhan kharidi in chhattisgarh) की गई।
बलरामपुर में 1.55 लाख मीट्रिक टन की खरीदी :
बलरामपुर जिले में एक लाख 55 हजार 874 मीट्रिक टन, जशपुर जिले में एक लाख 16 हजार 538 मीट्रिक टन, कोरिया जिले में एक लाख 18 हजार 631 मीट्रिक टन, सरगुजा जिले में एक लाख 78 हजार 8 मीट्रिक टन और सूरजपुर जिले में 2 लाख 9 हजार 922 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है।