संपादकीय: दिल्ली का दंगल जीतने के दावे
Delhi’s claims of winning Dangal: नई दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान पर विराम लग गया है। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। सबसे बड़ा रोड शो और चुनावी रैली भाजपा ने की दूसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी रही जिसने आखिरी दिन नौ रैलियों की कांग्रेस की ओर से भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने रोड शो किया।
इसके साथ ही तीनों ही पार्टियों की ओर से अब दिल्ली का दंगल जितने के दावे किये जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का दावा है कि आम आदमी पार्टी पचास से अधिक सीटें जीतने जा रही है और यदि महिलाओं ने आम आदमी पार्टी का साथ दिया तो 60 सीटों से भी ज्यादा सीटें जीत सकती है।
उनके इस दावे को खोखला बताते हुए कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित जो खुद अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने तंज कसा है कि यह गनीमत है कि अरविंद केजरीवाल ने 70 में से 80 सीटें जीतने का दावा नहीं किया है। संदीप दीक्षित के अनुसार नई दिल्ली में कांग्रेस को बहुमत मिलने जा रहा है। इधर भाजपा ने दावा किया है कि नई दिल्ली में भाजपा प्रचंड बहुमत से अपनी सरकार बनाने जा रही है।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन नई दिल्ली में तीन चुनावी रैलियां करने वाले केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तो यह भी दावा कर दिया है कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया दोनों ही चुनाव हारने जा रहे हैं। इन दोनों को बड़े मियां और छोटे मियां बताते हुए अमित शाह ने दावा किया है कि नई दिल्ली में भाजपा स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। कुल मिलाकर तीनों ही पार्टियां चुनावी नतीजों को लेकर अपनी अपनी ढपली, अपना-अपना राग अलाप रही है।
दिल्ली वालों के दिल में क्या है यह तो उनके वोट के रूप में आज ईवीएम में कैद हो गया और जब ईवीएम नतीजा उगलेगी तभी यह पता चलेगा कि किसके दावे में कितना दम था। अरविंद केजरीवाल चुनाव प्रचार के अंतिम दिन भी भाजपा और चुनाव आयोग पर निशाना साधते रहे उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर इशारा करते हुए उन्हें देश का सबसे बड़ा गुंडा करार दिया और भाजपा पर आरोप लगाया कि वह गुंडागर्दी के बल पर चुनाव जीतना चाहती है।
पुलिस के संरक्षण में भाजपा के गुंडे आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को डरा धमका रहे हैं यही नहीं बल्कि उन्होंने निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग करते हुए चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा है। उन्होंने यह भी आशंका जताई है कि ईवीएम से छेड़छाड़ करके भाजपा चुनाव जीतने की कोशिश कर सकती है। ईवीएम में गड़बड़ी करके दस प्रतिशत वोटों की हेराफेरी करने की भाजपा ने योजना बना ली है।
यदि ईवीएम में गड़बड़ी की जा सकती तो अरविंद केजरीवाल पिछले दो विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत कैसे हासिल कर पाये इस सवाल का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है। उन्होंने एक नया शिगूफा यह भी छोड़ा है कि भाजपा के कार्यकर्ता जुग्गी झोपड़ी क्षेत्रों में जाकर और खुद को चुनाव अधिकारी बताकर लोगों के वोट मतपेटी में डलवा सकते हैं और उनकी उंगली पर स्याही लगा सकते हैं ताकि वे मतदाता वोट डालने न पायें।
अरविंद केजरीवाल का यह आरोप कितना हास्यास्पद है यह इसी से समझा जा सकता है कि नई दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान ईवीएम से होने जा रहा है ऐसे में कोई भला कैसे मतपेटी में वोट डलवा सकता है।
जाहिर है हमेशा की तरह ही अरविंद केजरीवाल इस चुनाव के दौरान भी आरोप पर आरोप लगा रहे हैं और चुनावी प्रक्रिया पर संदेह जता रहे हैं। बहरहाल उनके ऐसे आरोपों से आम आदमी पार्टी को लाभ मिलेगा या नुकसान उठाना पड़ेगा यह तो उसी दिन पता चलेगा जब विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होंगे।