बेटी ने अपने माता-पिता और भाई को 4 महीने तक घर में ही बंद रखा, 3 करोड़ की मांग
भोपाल। parents and brother locked: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक लड़की ने अपने बुजुर्ग माता-पिता और भाई के साथ चौंकाने वाली हरकत की है। लड़की ने दौलत के लिए अपने बुजुर्ग माता-पिता और भाई को एक कमरे में बंद कर दिया। लड़की उन तीनों से झगड़ा करती थी और उन्हें खाना भी नहीं देती थी। बुजुर्ग के एक परिचित की शिकायत पर पुलिस ने तीनों को मुक्त कराया। जब पुलिस पहुंची तो उन्होंने बुजुर्ग दंपत्ति को एक कमरे में पाया जो बाहर से बंद था।
पति को दिया तलाक
हबीबगंज पुलिस के मुताबिक, स्टेट बैंक के रिटायर चीफ इंजीनियर सीएस सक्सेना अपनी पत्नी कनक सक्सेना और मानसिक रूप से कमजोर बेटे के साथ रहते हैं। उनकी एक बेटी भी है जिसका नाम निधि है। निधि की शादी 2002 में हुई थी। 2016 में निधि का अपने पति से झगड़ा हो गया और वह भोपाल लौट आई। उसने अपने पति को तलाक दे दिया। निधि के दो बच्चे हैं। निधि पिछले 7 साल से अपनी मां के उनके ही घर में रह रही है।
हबीबगंज पुलिस में लिखित शिकायत
सीएस सक्सेना के परिचित उनसे फोन पर बात करते थे और अक्सर उनसे मिलने आते थे। जनवरी-फरवरी माह में लड़की ने उसे अपने पिता से नहीं मिलने दिया। फोन पर भी बात नहीं हो सकी। 19 जून को परिचित फिर अपनी पत्नी के साथ सक्सेना के घर पहुंचा। इसी बीच लड़की ने उसके साथ बदतमीजी की और बेइज्जती कर उसे वापस भेज दिया। इसके बाद शख्स ने हबीबगंज पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई और सक्सेना के साथ कुछ अनहोनी होने की आशंका जताई।
लड़की के खिलाफ मामला दर्ज
मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस ने एक विशेष टीम बनाई और सक्सेना के घर पहुंची। सक्सेना की बेटी ने पुलिस को घर में घुसने से रोकने की बहुत कोशिश की। कमरे का ताला खोलने के बाद, पुलिस को एक बुजुर्ग दंपति और एक मानसिक रूप से विक्षिप्त लड़का मिला। पुलिस ने तीनों को वहां से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया। बुजुर्ग दंपत्ति का बयान लेने के बाद लड़की के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
बुजुर्ग दंपत्ति ने बताया कि उनकी बेटी मारपीट करती थी और खाना भी नहीं देती थी। युवती ने बैंक खाते समेत सभी दस्तावेज अपने पास रख लिए हैं। उससे कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए गए और अपने पिता की पेंशन भी निकाल ली। लड़की पर घर बेचकर 3 करोड़ रुपये देने का दबाव है। वृद्धा ने अपने शरीर पर पिटाई के जख्म दिखाकर अपना दुख व्यक्त किया।