बेटी की 12 दिन पहले हुई थी शादी, 6 दिन पहले मिली डॉक्टर की नौकरी; आतंकवादियों ने ले ली जान..
-हमले में बडगाम के रहने वाले डॉ. शाहनवाज अहमद डार की मौत
गांदरबल। Ganderbal terror attack: जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में एक निर्माणाधीन सुरंग में काम कर रहे सात लोगों की आतंकियों के हमले में मौत हो गई। इस हमले में बडगाम के रहने वाले डॉ. शाहनवाज अहमद डार की भी मौत हो गई। 12 दिन पहले उनकी बेटी की शादी हुई थी। वह शादी के बाद पहली बार अपनी बेटी को घर लाने के लिए ससुराल जा रहा थे। लेकिन उससे पहले ही ये हादसा हो गया।
सोमवार को जब डॉ. शाहनवाज का पार्थिव शरीर बडगाम (Ganderbal terror attack) के नदीगाम गांव पहुंचा तो पूरा गांव उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ पड़ा। वह इंतजार कर रही थी कि उसके पिता उसे घर ले जाने के लिए आएंगे। 12 दिन पहले लड़की की शादी हुई थी। इस घटना से परिवार समेत सभी लोग सदमे में हैं।
गांव के लोग डॉ. शाहनवाज को भगवान मानते थे। दरअसल वह बहुत अच्छे स्वभाव के थे और इस गांव में लोगों का इलाज करने वाले एकमात्र डॉक्टर (Ganderbal terror attack) थे। डॉक्टर के बेटे मोहसिन ने कहा कि छह दिन पहले, पापा को गांदरबल में सुरंग श्रमिकों के इलाज के लिए काम पर रखा गया था क्योंकि कोई अन्य डॉक्टर नहीं था।
आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत हो गई है। हमले में मारे गए आर्किटेक्ट शशि भूषण अबरोल के परिजनों ने बताया कि उनकी पत्नी करवा चौथ का व्रत थीं और वीडियो कॉल कर रही थीं, लेकिन शशि ने फोन नहीं उठाया। एक 5-6 साल की बच्ची ने रोते हुए कहा, ‘आतंकवादी बहुत बुरे हैं, उन्होंने मेरे पापा को मार डाला।