धान खरीदी की तारीख तय नहीं लेकिन 1.5 करोड़ मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य तय
Paddy Purchase : भाजपा ने सरकार पर साधा निशाना
रायपुर/नवप्रदेश। Paddy Purchase : सोमवार को मंत्री मंडलीय उपसमिति की बैठक हुई। जिसमे एक करोड़ पांच लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष तय की गई है। लेकिन समिति ने अब तक धान खरीदी की तिथि तय नहीं कर पाई है।
भूपेश सरकार ये तीसरी बार धान खरीदी करने जा रही है। वर्ष 2018 में 80, वर्ष 2019 में 85 और वर्ष 2020 में 90 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई। वहीँ इस वर्ष सरकार ने 105 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी करने लक्ष्य तय किया गया है। माना जा रहा है कि दिवाली के बाद बैठक में खरीदी की तिथि तय की जाएगी।
मंत्री मंडलीय उपसमिति की बैठक में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, रविंद्र चौबे और सहकारिता मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे। बैठक के दौरान अधिकारीयों को धान खरीदी से पहले बारदाने की स्थिति को नियंत्रित करने का निर्देश दिया गया,ताकि किसानों को धान बेचने में किसी प्रकार की दिक्क्त न आये।
किसानों को परेशानी नहीं होगी – चौबे
समिति की बैठक के बाद कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने मीडिया को बताया कि इस बार 15 लाख मीट्रिक टन धान पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश सरकार किसानों के साथ है। सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की कमी नहीं होगी। इसके बावजूद भी राज्य सरकार की कई मांगों को केंद्र सरकार द्वारा नहीं माने जाने पर रस्साकसी जारी है। उन्होंने कहा कि यदि बारदाने की कमी होती है तो इस बार किसानों के बारदाने में ही धान खरीदी होगी। साथ ही कहा कि जुट कमिश्नर को भी पत्र लिख दिया गया है। प्रदेश में इस बार बम्पर धान की पैदावार हुई है। केंद्र ने अरवा को लेने और उसना को नहीं लेने का फरमान जारी किया है। जिससे दिक्क्तें आएगी पर उससे निपटा जायेगा। मंत्री चौबे ने कहा कि केंद्र सरकार हमसे दोहरा मापदंड अपना रही है।
धान खऱीदी सरकार का दोगला मापदंड – साय
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने प्रदेश सरकार को हर हाल में आगामी 01 नवंबर से धान खऱीदी शुरू करने के लिए आग़ाह करते हुए कहा है कि विपक्ष में रहते कांग्रेस के नेता तत्कालीन प्रदेश सरकार के खि़लाफ़ प्रलाप करते घूमते थे, अब सत्ता में आने के बाद वे ख़ुद धान खऱीदी का काम 01 नवंबर से शुरू क्यों नहीं कर रहे हैं? मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर दोगले मापदंड अपनाकर किसानों के साथ पाखंड और अन्याय करने के लिए निशाना साधते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि धान खऱीदी का समय सिर पर आ गया है, सरकार अभी भी ठोस व्यवस्था तय नहीं कर पाई है और मुख्यमंत्री बघेल बजाय यहाँ के किसानों की फि़क्र करने के कांग्रेस के ‘ख़ानदानÓ के प्रति स्वामीभक्ति दिखाने और सियासी नौटंकी रचाकर उत्तरप्रदेश में सियासी लफ्फ़़ाजियाँ करते घूम रहे हैं।
सरकार करे 1 नवंबर से धान खरीदी – कौशिक
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि धान की कटाई शुरू हो चुकी है। दिवाली के खर्चे के लिए लोगों ने मंडी में जाना शुरू कर दिया है। लेकिन उप समिति की बैठक में खरीदी की तारीख की घोषणा भी नहीं हो सकी। 1 नवंबर को धान की खरीदी की जानी चाहिए। अर्ली वेराइटी की धान करीब 1 नवंबर के पहले कटाई हो जाएगी। मुझे लगता है कि बाकी धान की भी कटाई शुरू हो जाएगी। अगर तारीख घोषित नहीं होती तो किसान औने-पौने दाम पर धान बेचने को मजबूर हो जाएंगे।