Dantewada Breaking : आदिवासियों को बंटने वाले पीडीएस चावल की हेराफेरी, एक गाड़ी चावल पहुंचा ही नहीं उस गांव, जिसके….
Dantewada में गरीबों का हक मार रहे कालाबाजारी में लगे लोग
दंतेवाड़ा/नवप्रदेश।दंतेवाड़ा (dantewada pds rice black marketing) जिले में आदिवासियों को बंटने वाला पीडीएस का चावल (pds rice black marketing in dantewada) की एक गाड़ी की हेराफेरी का मामला उजागर हुआ है।
दरअसल दंतेवाड़ा (dantewada pds rice black marketing) एसडीएम लिंगराज सिदार को मुखबिर के माध्यम से हेराफेरी की खबर मिली थी। इसमें बताया गया था कि 18 तारीख को कटेकल्यान ब्लाक के गुडसे गांव में गरीबों के लिए भेजे जाने वाले चावल की हेराफेरी होने वाली है।
खबर सही निकली। वेयर हाउस से शाम को पीडीएस का चावल (pds rice black marketing dantewada) लोड कर निकलने वाली गाड़ी (क्रमांक CG18H 1254 ) 18 तारीख को गुडसे ग्राम तक नहीं पहुंची। एसडीएम लिंगराज सिदार ने टीम बनाकर बैरियर लगाकर जांच की तो संबंधित ट्रक को बैंक चौक में खाली पाया गया।
जिसके बाद कार्रवाई करते हुए एसडीएम द्वारा चार ट्रक को थाने लाया गया। जिसमें तीन ट्रक में पीडीएस का चावल भरा हुआ था और एक ट्रक जो वेयरहाउस से लोड होकर गुड़से के लिए निकला था वह खाली पाया गया। इसके बाद एसडीएम लिंगराज सिदार स्वयं गुडसे के लिए रवाना हुए। यहां आने पर पता चला कि चावल इस गांव में पहुंचा ही नहीं। ग्रामीणों व भूतपूर्व सरपंच का बयान लेकर पंचनाम किया गया। सभी ने बताया कि 2 दिनों में कोई ट्रक गुडसे ग्राम में चावल उतारने नहीं आया।
चारों गाड़ियां थाना प्रभारी के सुपुर्द
वही दंतेवाड़ा (dantewada pds rice black marketing) में एसडीएम की दूसरी टीम जिसमें फूड इंस्पेक्टर, पटवारी, नान अधिकारी वह तहसीलदार शामिल थे ने सभी ड्राइवरों का बयान लिया। इसके बाद चारो गाड़ियों को जांच पूरी होने तक थाना प्रभारी के सुपुर्द कर दिया। बता दें कि सरकार कोरोना काल में नक्सल प्रभावित क्षेत्र के गांव में ग्रामीणों को नि:शुल्क व 1 रुपये की दर पर चावल उपलब्ध कराने समेत कई महत्वपूर्ण योजनाएं चला रही है। लेकिन राशन के चावल की कालाबाजारी में लगे लोग गरीब आदिवासियों को उनके हक से दूर कर रहे हैं।