छत्तीसगढ़ कैबिनेट में Corona का साया,मंत्री गुरु रुद्र कुमार सहित पूर्व विधायक और कलेक्टर पॉजिटिव
रायपुर/नवप्रदेश। Minister Corona Positive : छत्तीसगढ़ के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्र कुमार कोरोना पॉजिटिव होने के बाद होम आइसोलेट हो गए हैं। मंत्री गुरु रूद्र कुमार भूपेश कैबिनेट के दूसरे मंत्री हैं जो कोरोना के तीसरे लहर की चपेट में आये हैं।
मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि कोविड के लक्षण महसूस होने के बाद उन्होंने जांच कराई तो रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि फिलहाल मैं ठीक हूं और डॉक्टरों की सलाह पर घर में ही आइसोलेट होकर इलाज करा रहा हूं। उनके स्टॉफ के सात कर्मचारी भी संक्रमित पाए गए हैं,उनका भी इलाज जारी है।
2 जनवरी को ही स्वास्थ्य मंत्री (Minister Corona Positive) टीएस सिंहदेव कोरोना पॉजिटिव हुए थे। रविवार को मंत्री सिंह देव का रिपोर्ट हालाँकि नेगेटिव आ गया है। अब वे स्वास्थ्य हैं। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने अपनी रिपोर्ट नेगटिव आने की जानकारी ट्वीट कर साझा किया है। उन्होंने आभार भी जताया कि पॉजिटिव आने के बाद लोगों ने दुआएं मांगी थी और उनकी सेहत की चिंता की थी। सिंहदेव ने कहा कि चिकित्सकों के बेहतर देखभाल व दृढ इच्छाशक्ति से कोविड रिपोर्ट निगेटिव आई है।
लेकिन अब दूसरे मंत्री के संक्रमण के बाद मंत्रिमंडल (Minister Corona Positive) में भी हड़कंप मचा हुआ है। इधर बिलासपुर के विधायक और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल शनिवार को और रायपुर के पूर्व विधायक और भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए। इन दोनों विधायकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हो गए हैं। विधायक और मंत्रियों के बाद आईएएस और आईपीएस अधिकारी भी पॉजिटिव होने से नहीं चुके। रविवार को महासमुंद जिले के कलेक्टर डोमन सिंह का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। उन्होंने भी खुद को आइसोलेट कर इलाज शुरू कर दिया है।
कोरोना संक्रमित होने के बाद सभी व्हीव्हीआईपीयों ने पिछले कुछ दिनों में उनके सम्पर्क में आये लोगों को भी कोविड टेस्ट करने सलाह दिया है।
छत्तीसगढ़ में पिछले 2 सप्ताह से कोरोना संक्रमण की रफ़्तार में काफी इजाफा हुआ है। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के मामले जिस तेजी से बढ़ रहे हैं, उससे कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा भी बढ़ गया है। प्रदेश का पाजिटिविटी दर में प्रतिदिन उछाल नजर आ रहा है। चार फीसदी से अधिक पाजिटिविटी दर वाले जिलों में सरकार ने नाइट कर्फ्यू भी लगा दिया है। लेकिन अभी तक संक्रमण का खतरा बरकरार है।