Conversion Commotion : एक तरफा कार्रवाई से उद्वेलित है हिंदू समाज…?
रायपुर/नवप्रदेश। Conversion Commotion : भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीचंद सुन्दरनी, महामंत्री रमेश सिंह ठाकुर, ओंकार बैस ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद से पूरे प्रदेश में हो रहे धर्मांतरण की गतिविधि चिंता पैदा कर रही है।
भाजपा इसे लेकर लगातार चिंता जताती रही है। विगत दिनों भाठागांव में हो रहे धर्मांतरण को लेकर स्थानीय हिन्दू युवकों ने शपथपत्र देकर पुलिस अधीक्षक व थाना प्रभारी को इस हेतु शिकायत किया।
पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही ना करने पर उन्होंने रंगे हाथों धर्मांतरण (Conversion Commotion) करने वाले पादरी को पकड़कर थाने लेकर आए। परंतु पुलिस, शासन के दबाव में उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें थाने में बैठा कर चाय पानी आवभगत करने लगी। उस से उद्वेलित होकर जनता ने विरोध जताया।
परंतु यह छत्तीसगढ़ के इतिहास में शायद पहली बार होगा कि पुलिस ने शिकायत करने वालों पर कार्यवाही की व जिसके खिलाफ शिकायत है उन्हें बचाने में लगी रही और घटना को दूसरा रूप देकर शिकायतकर्ता युवाओं के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया।
पुलिस की आड़ में धर्मांतरण करने वाले के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि उन्होंने खुलेआम मीडिया में कहा कि धर्मांतरण तो हमारा हक है हम उसे करेंगे ही। इस तरह के उकसाबे वाले बयान से भी समाज में सौहार्द बिगड़ता है।
संयुक्त बयान में कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद से धर्मांतरण का काला षड्यंत्र प्रदेशभर में धड़ल्ले से चल रहा है। और भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार मूकदर्शक बने धर्मांतरण के षड्यंत्र में सहभागी की भूमिका में नजर आ रही है।
पिछले दिनों सुकमा जिले के पुलिस कप्तान द्वारा धर्मांतरण (Conversion Commotion) को लेकर गंभीरता दिखाते हुए पत्र तक लिख दिया गया परंतु धर्मांतरण को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश सरकार कानून का हवाला देते हुए बचने का प्रयास करते रहे हैं।
इससे स्पष्ट होता है कि प्रदेश सरकार धर्मांतरण के विषय मे जरा भी गंभीर नहीं हैं और इस षड्यंत्र को अनदेखा कर अपने गुप्त एजेंडे को आगे बढऩा चाहती है।
भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीचंद सुन्दरनी, महामंत्री रमेश सिंह ठाकुर, ओंकार बैस ने प्रशासन से यह मांग की है कि धर्मांतरण की ऐसी किसी भी घटना पर तुरंत रोक लगाये। ऐसे किसी भी मामले में इकतरफ कारवाई को भाजपा सहन नहीं करेगी और इस अन्याय के विरुद्ध आंदोलन को बाध्य होगी।