Controversy Issue : ‘काली’ के बाद अब बुलेट सवार ‘शिव-पार्वती’…देखें क्या तांडव
असम/नवप्रदेश। Controversy Issue : देशभर में काली पोस्टर का विवाद अभी थमा नहीं कि असम से बुलेट में सवार ‘शिव-पार्वती’ का रूप में नुक्कड़ नाटक करते दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
बढ़ती महंगाई को लेकर कर रहे थे नुक्कड़ नाटक
जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला (Controversy Issue) असम के नगांव जिले का है। यहां दो कलाकार पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई कीमतों, बेरोजगारी व महंगाई जैसी समस्या का विरोध करते हुए नुक्कड़ नाटक कर रहे थे। इस दौरान दोनों मोटरसाइकिल पर भगवान ‘शिव-पार्वती’ का रूप धरकर बुलेट में सवार होकर निकले थे। बताया जा रहा है कि नाटक के दौरान कलाकारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तंज कसा।
असम में शिव-पार्वती का रूप धरकर बहस करने वाले युवक-युवती पर हिंदू संगठनों ने देवी-देवता के अपमान का आरोप लगाया। पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसके बाद पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया। युवक-युवती का कहना है कि वो कलाकार हैं और ज्वलंत मुद्दों पर लोगों को जागरूक करने के लिए उन्होंने ये क्रिएटिव नाटक किया था।
भाजपा व हिंदू संगठनों ने दर्ज कराया विरोध
इसके बाद दोनों ही कलाकारों का भाजपा व हिंदू संगठनों द्वारा विरोध दर्ज कराया। इस मामले में एक शिकायत भाजपा कार्यकर्ता की ओर से भी दी गई। इसके बाद पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं भाजपा कार्यकर्ता राजा पारीक ने कहा, दोनों कलाकारों ने भगवान शिव और देवी पार्वती के रूप में कपड़े पहने हुए थे। उन्होंने कहा, यदि आप विरोध करना चाहते हैं, तो बैठो और करो। हम देवताओं के रूप में तैयार होने के उनके कृत्य का समर्थन नहीं करते हैं। वहीं सदन थाना प्रभारी मनोज राजवंशी ने बताया, इस मामले में दो अन्य संदिग्ध हैं। हालांकि, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है।
दोनों कलाकारों ने कहा- सब कुछ क्रिटिविटी के लिए किया
उधर, शिव बने युवक ने बताया कि वह एक्टर है और उनका नाम ब्रिनिचा बोरा है। उन्होंने दावा किया कि ‘रचनात्मक विरोध’ करके लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए उन्होंने ये नाटक किया था। ब्रिनिचा बोरा ने कहा कि बहुत से लोग अपनी समस्याओं और चिंताओं को दूर करने के लिए भगवान शिव से प्रार्थना करते हैं। इसीलिए हम दोनों ने शिव पार्वती का रूप धरकर इस नाटक के जरिए लोगों में जागरूकता लाने की कोशिश की थी।
पार्वती का रूप धरने (Controversy Issue) वाली एक्ट्रेस परिस्मिता दास ने सफाई देते हुए कहा कि आमतौर पर लोगों में जागरूकता लाने के लिए रैलियों का आयोजन किया जाता है। उन पर भारी खर्च होता है। बहुत से इंतजाम करने पड़ते हैं, फिर भी लोग उन पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। ऐसे में ये क्रिएटिव तरीका आजमाया था ताकि लोग उनकी बात को समझ सकें।