संपादकीय: महाकुंभ को लेकर विवादास्पद बयानबाजी
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Controversial statements regarding Mahakumbh
Controversial statements regarding Mahakumbh: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में एक तरफ तो श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड रही है। वहीं दूसरी ओर सनातन विरोधी राजनीतिक पार्टियों के बड़बोले नेताओं द्वारा महाकुंभ को लेकर लगातार विवादास्पद बयानबाजी की जा रही है। अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक लालू प्रसाद यादव ने महाकुंभ को लेकर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी है। लालू यादव ने महाकुंभ को फालतू बताया है। इस तरह की टिप्पणी करके उन्होंने करोड़ों सनातनियों की आस्था को ठेस पहुंचाई हंै।
लालू यादव को इस तरह का बयान देने से पहले सोचना चाहिए था कि प्रयागराज में देश के कोने कोने से प्रतिदिन करोड़ो लोग त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं, वे श्रद्धालु फालतू नहीं है। इसके पूर्व भी विपक्षी पार्टियों के कई नेताओं ने महाकुंभ को लेकर इसी तरह का विवादास्पद बयान दिया था। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा था कि क्या महाकुंभ में जाकर गंगा में नहाने से देश की गरीबी दूर हो जाएगी। इसी तरह समाजवादी पार्टी के नेता भी महाकुंभ के बारे में अनरगल प्रलाप करते रहे हैं।
उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जब से महाकुंभ प्रारंभ हुआ है तभी से लगातार महाकुंभ के बारे में टिकाटिप्पणी करते आ रहे हैं। वे वहां कुंभ की व्यवस्था को लेकर भी लगातार योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। दुर्भाग्य जनक रूप से मौनी अमावस्या के दिन संगम तट पर हुई भगदड़ की घटना का लेकर उन्होंने संसद में भी मामला उठाया था और योगी सरकार पर मृतकों की संख्या छुपाने का आरोप लगाया था अब उनके ही इशारे पर उत्तरप्रदेश विधानसभा के सत्र में सपा विधायक इस मुद्दे को उठा रहे हैं।
यह ठीक है कि विपक्षी पार्टी के नेता होने के नाते अखिलेश यादव को महाकुंभ के इंतेजाम को लेकर सवाल उठाने का अधिकार है लेकिन वे इसे लेकर जिस तरह के आरोप लगा रहे हैं जो राजनीति से प्रेरित है। महाकुंभ में अब तक 53 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पूण्य स्नान कर लिया है। और बड़ी संख्या में विदेशों से भी श्रद्धालु आ रहे हैं और से सभी महाकुंभ में योगी सरकार द्वारा की व्यवस्था की प्रशंसा कर रहे हैं। किन्तु अखिलेश यादव को वहां अव्यवस्था नजर आ रही है।
दरअसल इतने बड़े आयोजन में जहां अपेक्षा से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ जुट रही हो वहां थोड़ी बहुत अव्यवस्था हो ही जाती है। जिससे श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं है लेकिन सनातन विरोधी विपक्षी पार्टियों के नेता बात का बतंगड बनाकर महाकुंभ की व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर हमला कर रहे हैं। वे जानबूझकर ऐसे बयान दे रहे हैं ताकि लोग महाकुंभ में न जायें। लेकिन उनके अनरगल प्रलाप के बावजूद बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं।
सड़क मार्ग में जाम लगने के बाद भी वाहनों के जरिये श्रद्धालुओं का प्रयागराज पहुंचना बदस्तूर जारी है। इसी तरह ट्रेनों में भी भारी मुसीबतों का सामना करते हुए लाखों लोग प्रयागराज जा रहे हैं। पहले महाकुंभ के संगम स्थल पर और फिर नई दिल्ली के रेलवे स्टेशन में हुई भगदड़ की दुखद घटना के बावजूद महाकुंभ को लेकर लोगो की आस्था कम नहीं हो रही है। और वे लगातार प्रयागराज जा ही रहे हैं।
अभी भी प्रतिदिन एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में जुट रहे हैं अभी एक सप्ताह और महाकुंभ चलेगा और इस दौरान 60 करोड़ अधिक लोग प्रयागराज पहुंचकर एक नया कीर्तिमान रच सकते हैं। यह महाकुंभ की सफलता ही कही जाएगी। बेहतर होगा कि विपक्ष के नेता महाकुंभ को लेकर विवादास्पद बयानबाजी करने से बाज आयें।