संपादकीय: इल्तिजा मुफ्ती का विवादित बयान
Controversial statement of Iltija Mufti: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने भी अपने मां के नक्शे कदम पर चलते हुए विवादास्पद बयान देना शुरू कर दिया है। राजनीति में नई नई आई इल्तिजा मुफ्ती ने हिन्दुत्व को एक बिमारी बताते हुए कहा है कि इसका इलाज करना निहायत जरूरी है।
निश्चित रूप से उनका यह बयान न सिर्फ विवादास्पद है बल्कि घोर निंदनीय है। हिन्दुओं के धर्म के बारे में उन्हें सोचना चाहिए अभी वे रानजनीति में नई आई है ऐसे में तो उन्हें संयम से काम लेना चाहिए अन्यथा उन्हें इसी तरह आलोचना का शिकार होना पड़ेगा। भाजपा ने इल्तिजा मुफ्ती के बयान की कड़ी निंदा करते हुए उनसे माफी मांगने की मांग की है।
बेहतर होगा कि इल्तिजा मुफ्ती इसके लिए माफी मांगकर इस विवाद को खत्म करे वे यदि अपानी मां के नक्शे कदम पर चलेंगी तो वे भी राजनीति में लंबी पारी नहीं खेल पाएंगी। महबूबा मुफ्ती भी इसी तरह के विवादास्पद बयान देती रही है और उसका उन्हें पिछले विधानसभा चुनाव में खामियाजा भी भुगतना पड़ा है।
कभी जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री रह चुकी महबूबा मुफ्ती को पिछले विधानसभा चुनाव मे करारी शिकस्त उठानी पड़ी है। उनकी पार्टी पीडीपी को मात्र 3 सीटें ही मिल पाई हैं। महबूबा मुफ्ती की राजनीतिक दुकानदारी पर खतरा मंडरा रहा है। और स्थिति में यदि उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती भी इसी तरह के विवादास्पद बयान देती रही तो महबूबा मुफ्ती की पार्टी का अस्तित्व खत्म होते देर नहीं लगेगी।
इल्तिजा मुफ्ती को अपनी मां महबूबा मुफ्ती के हश्र से सबक सिखना चाहिए। खासतौर पर देश विरोधी और धर्म विरोधी बयानों से उन्हे परहेज करना चाहिए। इस तरह के बयान देकर वे भले ही मीडिया की सुर्खियां बटोर ले लेकिन उनकी पार्टी को इस तरह के बयानों से कोई फायदा नहीं होगा।
उल्टे इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। इसलिए इल्तिजा मुफ्ती को चाहिए कि वे तत्काल अपने इस विवादित बयान के लिए माफी मांग ले।