Contribution Corona Warriors : याद रहेगा कोरोना योद्धाओं का योगदान
Contribution Corona Warriors : वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ आखिरकार भारत ने भी जंग जीत ली। कोरोना की तीसरी लहर के खत्म होते ही अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या नाम मात्र रह गई है। यही वजह है कि केन्द्रिय गृह मंत्रालय ने 31 मार्च से कोरोना को लेकर लगाई गई सभी पाबंदियों को हटाने की घोषणा कर दी है। कोरोना के खिलाफ जंग आसान नहीं थी लेकिन हमारे कोरोना योद्धाओं ने इस जंग को जीत ही लिया।
कोरोना योद्धाओं का यह अमूल्य योगदान हमेशा (Contribution Corona Warriors) याद रखेगा हिन्दुस्तान। आज से दो साल पूर्व जब भारत में कोरोना ने दस्तक दी थी और देखते ही देखते कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या जिस रफ्तार से बढ़ी थी उसे देखकर विश्व स्वास्थ्य संगठन भी यह चेतावनी देने के लिए विवश हो गया था कि भारत जैसे विशाल आबादी वाले देश में कोरोना बेकाबू होगा तो स्थिति भयावह हो जाएगी। दुनिया ने यह मान लिया था कि भारत कोरोना से जंग लडऩे में शायद ही कामयाब हो लेकिन सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति के चलते इस बड़ी चुनौती से निपटने के लिए लाखों कोरोना योद्धाओं ने कमर कस ली और रिकार्ड समय में कोरोना की वैक्सीन बनाने में हमारे वैज्ञानिकों ने सफलता प्राप्त कर ली।
न सिर्फ उन्होने असरकारक वैक्सीन बनाई बल्कि हमारे स्वास्थ्य कर्मियों ने दिन और रात एक कर एक साल के भीतर ही १३० करोड़ लोगों को वैक्सीन भी लगा दी। अब बूस्टर डोज लगाया जा रहा है। 15 साल से अधिक आयु के बच्चों को भी कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है, वह भी नि:शुल्क,जबकि दुनिया के अन्य देश लोगों से वैक्सीन की कीमत वसूलते रहे है। भारत ने अन्य देशों को भी वैक्सीन भेजी जिसकी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मुक्त कंठ से सराहना की। बहरहाल कोरोना को हराने में हम सफल हो गए है यह एक स्वर्णिम उपलब्धि है।
अब जबकि 31 मार्च से तमाम पाबंदियां (Contribution Corona Warriors) खत्म होने जा रही है फिर भी हमे और कुछ समय तक आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए। यथा संभव मास्क का ही उपयोग करना होगा और दो गज की दूरी का भी और कुछ समय तक पालन करना होगा क्योंकि दुनिया के कई देशों में अभी भी कोरोना के नए वैरिएंट सामने आ रहे है जिसका देर सवेर भारत में भी प्रकोप टूट सकता है। इस बात का ख्याल रखते हुए और कुछ समय तक यदि सावधानी बरती जाएं तो निश्चित रूप से हम सब सुरक्षित हो जाएंगे।