Contraceptive Pills Risks : गर्भनिरोधक गोली से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है…? एक्सपर्ट की राय और जरूरी सावधानियां…

नई दिल्ली, 20 मई| Contraceptive Pills Risks : आज की आधुनिक जीवनशैली में गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल महिलाओं में काफी आम हो गया है। यह उपाय अनचाहे गर्भधारण से बचाने में काफी प्रभावी माना जाता है। लेकिन हाल ही में एक नई स्टडी में यह खुलासा हुआ है कि लंबे समय तक हार्मोनल गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने वाली महिलाओं में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
गर्भनिरोधक गोलियों में क्या होता है?
इन गोलियों में मुख्य रूप से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन होते हैं। ये हार्मोन शरीर की प्राकृतिक प्रक्रियाओं को प्रभावित कर गर्भधारण को रोकते हैं। हालांकि, खासतौर पर एस्ट्रोजन की ज्यादा मात्रा रक्त के थक्के बनने की संभावना बढ़ा सकती (Contraceptive Pills Risks)है, जिससे दिल की बीमारी और स्ट्रोक का खतरा हो सकता है।
नई स्टडी में क्या मिला?
अंतरराष्ट्रीय शोध में पाया गया कि उच्च एस्ट्रोजन वाली हार्मोनल गोलियों का लंबे समय तक उपयोग करने वाली महिलाओं में हार्ट अटैक और इस्केमिक स्ट्रोक का खतरा 1.5 से 2 गुना तक बढ़ जाता है। यह जोखिम विशेष रूप से उन महिलाओं में ज्यादा होता है जिनमें पहले से उच्च रक्तचाप, डायबिटीज या धूम्रपान की आदत हो।
कौन सी महिलाएं ज्यादा खतरे में हैं?
35 साल से ऊपर और धूम्रपान करने वाली महिलाएं
उच्च रक्तचाप या कोलेस्ट्रॉल की समस्या वाली महिलाएं
जिनके परिवार में हार्ट अटैक या स्ट्रोक का इतिहास (Contraceptive Pills Risks)हो
माइग्रेन से पीड़ित महिलाएं
क्या हर महिला को खतरा है?
नहीं, स्वस्थ और कम जोखिम वाली युवा महिलाओं के लिए गर्भनिरोधक गोलियां आमतौर पर सुरक्षित होती हैं। इसलिए हर महिला को डॉक्टर से परामर्श करके ही यह निर्णय लेना चाहिए।
डॉक्टर की सलाह:
डॉ. प्रतीक चौधरी के अनुसार, गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग करने वाली महिलाओं को नियमित रूप से ब्लड प्रेशर चेक करना चाहिए, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए, धूम्रपान से बचना चाहिए और अगर कोई स्वास्थ्य समस्या हो तो डॉक्टर को सूचित करना चाहिए। साथ ही, कम हार्मोन (Contraceptive Pills Risks)वाली या नॉन-हॉर्मोनल गर्भनिरोधक विकल्पों पर विचार करना फायदेमंद हो सकता है।