संपादकीय: धमाके से देश को दहलाने की साजिश

Conspiracy to terrorize the country with a blast

Editorial: देश की राजधानी नई दिल्ली में लालकिला मेट्रो स्टेशन के पास जो धमाका हुआ है उसके पीछे देश को दहलाने की बड़ी साजिश की आशंका जताई जा रही है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इस विस्फोट के पीछे किसका हाथ है न ही इस बात की पुष्टि हो पाई है कि यह आतंकी हमला है या नहीं। अभी तक किसी आतंकवादी गुट ने इसकी जिम्मेदारी भी नहीं ली है किन्तु इस घटना के पीछे जैस-ए- मोहम्मद नामक आतंकी संगठन का हाथ होने के कयास लगाये जा रहे हैं।

इस घटना के कुछ घंटे पहले ही फरीदाबाद में एक डॉक्टर के पास से लगभग तीन हजार किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ था इसलिए इस धमाके को उस घटना से भी जोड़कर देखा जा रहा है और इसे फिदाइन हमला माना जा रहा है। यद्दपि अभी तक घटना की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है और कुछ गिरफ्तारियां भी की गई है जब तक जांच का नतीजा सामने नहीं आ जाता तब तक इसे आतंकी हमला कहना जल्दबाजी होगी। फिलहाल एनआईए और एनएसजी की टीम मामले की सुक्ष्म जांच कर रही है।

गृह मंत्री अमित शाह ने घटना स्थल का दौरा दिया है और अस्पताल में भर्ती घायलों से भेंटकर उकना हाल चाल जाना है और इसकी पूरी रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दी है जो इस समय भूटान के दौरे पर हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण और फॉरेन्सिक विज्ञान के प्रमुखों के साथ चर्चा की है और उच्च स्तरीय बैठक लेकर हालात की समीक्षा की है। भूटान से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस धमाके की घटना को लेकर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि इस हादसे में हाताहत लोगों के साथ पूरे देश की संवेदना है जांच के बाद इसके लिए जिम्मेदार लोगों को कतई नहीं बख्शा जाएगा। यदि जांच रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हो जाती है कि यह एक आतंकी हमला था तो जाहिर है कि एक बार फिर इसके पीछे पाकिस्तान का ही हाथ निकलेगा और यदि ऐसा हुआ तो पाकिस्तान की सामत आनी तय है।

भारत ने पाकिस्तान के गिड़गिड़ाने पर आपरेशन सिंदूर को स्थगित किया था और उसी समय दो टूक शब्दो में उसे चेतावनी दे दी थी कि पाकिस्तान यदि फिर भारत में किसी आतंकवादी घटना को अंजाम देने का दुहसाहस करेगा तो भारत उसे युद्ध मानेगा और पाकिस्तान के खिलाफ जो आपरेशन सिंदूर स्थगित किया गया है वह फिर शुरू कर देगा। गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने भी दो दिन पहले भी यह बयान दिया था कि पाकिस्तान अपने नापाक इरादों से बाज नहीं आता है तो उसके खिलाफ भारत को कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए और उसे उसी की भाषा में जवाब देना चाहिए। बहरहाल अभी इस मामले की जांच चल रही है और जब जांच का नतीजा सामने आ जाएगा और इस घटना के आतंकी हमले के रूप में पुष्टि हो जाएगी तो निश्चित रूप से पाकिस्तान को इसकी बड़ी किमत चुकानी पड़ेगा।