रमन सिंह के गंगाजल वाले बयान पर कांग्रेस की तल्खी,कांग्रेस ने गिनाई पुरे किये वायदे
Congress Gangajal:वायदा खिलाफी भाजपा की फितरत, कांग्रेस की नहीं – सुशील आनंद शुक्ला
रायपुर/नवप्रदेश। Congress Gangajal : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के द्वारा दिये गए गंगा जल वाले बयान पर सियासत तेज हो गई है। रमन सिंह को तल्ख जवाब कांग्रेस ने दिया है।
दरअसल, रमन सिंह ने विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस के गंगाजल की कसम पर स्प्ष्टीकरण मांगा है। जिसे लेकर प्रदेश कांग्रेस के मुख्यप्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने बड़े ही तल्ख अंदाज में पलटवार किया है।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ का हर नागरिक जानता है कांग्रेस ने किसानों का कर्जा माफ करने के लिए गंगा जल (Congress Gangajal) की कसम खाई थी और राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस नेताओं के इस कसम का मान रखने के लिए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के मात्र तीन घण्टे के अंदर राज्य के 19 लाख किसानों का कर्ज माफ कर दिया था। कर्ज माफी के लिए कांग्रेस नेताओं को गंगा जल उठा कर कसम खाने की नौबत भी भाजपा के धोखेबाजी वाले चरित्र के कारण आई थी।
भाजपा के झूठ को नष्ट करने ली थी कसम
भाजपा की तत्कालीन रमन सरकार और भाजपा आईटी सेल ने कांग्रेस मुख्यालय के नाम का एक फर्जी पत्र जन सामान्य में प्रचारित किया था जिसमे कांग्रेस के कर्जमाफी के वायदे पर जोर नही देने की बात का उल्लेख था। भाजपा के इस झूठ को नष्ट करने कांग्रेस नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस लेकर मीडिया कर्मियों के समक्ष कर्ज माफी के वायदे के लिए गंगा जल की कसम उठाई थी ।
कांग्रेस के मुख्यप्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह सहित भाजपा के नेता कांग्रेस के जन घोषणा पत्र के हर वायदे को गंगा जल की कसम से जोड़ कर गंगा जल का अपमान करते है। यह भाजपा के अधर्मी और झूठे चरित्र को दर्शाता है। अपनी राजनीति करने के लिए भाजपाई बार-बार गंगा जल की झूठी कसम का हवाला देते हैं।
सरकार ने किये 25 वादे पुरे
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस जन घोषणा पत्र कांग्रेस का जनता से किया गया पवित्र दस्तावेज है। उसके एक-एक वायदे को पूरा करने के लिए ईमानदार प्रयास करने के लिए कांग्रेस की सरकार प्रतिबद्ध है। ढाई साल के आधे कार्यकाल में 36 में से 25 वायदों को पूरा कर लिया गया बचे हुए वायदों को पूरा करने के लिए ठोस प्रयास और कार्य योजनाएं तैयार की जा चुकी है। रमन सिंह कांग्रेस के जन घोषणा पत्र के वायदों का हिसाब मांगने के पहले अपने गिरेबान में झांके, उन्होंने तो 2003 के भाजपा के संकल्प पत्र के वायदों को तीन बार 15 सालों तक सरकार चलाने के बाद भी पूरा नहीं किया था।
राज्य की जनता भूली नहीं है 2003 में हर आदिवासी को 10 ली. दूध देने वाली जर्सी गाय देने का वायदा, हर आदिवासी परिवार से एक को सरकारी नौकरी का वायदा, हर बेरोजगार को 500 भत्ता देने के वायदों का क्या हश्र हुआ। 2100 में धान खरीदी 300 बोनस के वायदों से मुकरने वाले कांग्रेस को वायदा (Congress Gangajal) पूरा करना न सिखाये। रमन सिंह बेफिक्र रहे कांग्रेस ने वायदा किया है तो उसे निभाएगी भी भाजपा के समान झूठा वायदा करना कांग्रेस की फितरत नहीं।