खबर का असर : अंडे के फंडे में गरमाई सूबे की सियासत, कांग्रेस विधायकों ने कहा 1 के बदले 3 दिन परोसें अंडा
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मध्यान्ह भोजन में अंडा वितरण को कांग्रेस का समर्थन
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कबीरपंथ और भाजयुमो ने कहा धार्मिक भावनाएं आहत
नवप्रदेश संवाददाता
रायपुर/कवर्धा। स्कूल में दिए जाने वाले मध्याह्र भोजन midday-meal के मीनू में अंडा को शामिल करने पर हो रहे विवाद के बीच कांग्रेस विधायकों ने इसे अच्छी योजना बताया है। कांग्रेस के तमाम विधायकों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिख मध्याह्र भोजन midday-meal में एक की बजाए तीन दिन अंडा egg परोसने की मांग की है। गौरतलब है कि कल कवर्धा में हुए कलेक्ट्रेट में कबीर पंथियों के प्रदर्शन के बाद सरकार सकते में आई।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, लखेश्वर बघेल, ममता चंद्राकर, रश्मि आशीष सिंह, अनिता योगेंद्र शर्मा, अंबिका सिंहदेव, विनोद चंद्राकर, प्रकाश शक्राजीत नायक, देवेंद्र यादव, शकुंलता साहू सहित अन्य कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा है. इसमें मध्याह्र भोजन में एक दिन अंडा देने की योजना को प्रशंसनीय कदम बताया। उन्होंने प्रदेश में बच्चों में व्याप्त कुपोषण की स्थिति को देखते हुए जरूरी है कि उनके भोजन में प्रोटीन जैसे तत्व शामिल हो। कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री से मध्याह्र भोजन में एक दिन की बजाए तीन दिन अंडा देने का अनुरोध किया है, जिससे स्वस्थ बच्चे के साथ स्वस्थ छत्तीसगढ़ का निर्माण किया जा सके।
इस समर्थन और विरोध के बीच एक तरफ धार्मिक भावना के आहत होने के मामले में कबीरपंथ खड़ा है तो साथ ही उन्हें भाजयुमो का भी समर्थन मिल गया है। इस तरह बीजेपी भी अंडा वितरण मामले में एक तरह से विरोध में है। जबकि विरोध और चेतावनी के बाद आज शुक्रवार को सभी कांग्रेस विधायकों ने स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए अंडा वितरण का समर्थन किया है। कांग्रेस विधायकों ने बैठक कर मुख्यमंत्री श्री बघेल से 1 की बजाए सप्ताह में 3 दिन बच्चों को अंडा egg देने की मांग की है। ऐसे में चुनावी माहौल शांत होने के बाद अब सूबे की सियासत अंडा परोसने को लेकर गरमाई हुई है।
कबीरपंथ का विरोध, भाजयुमो भी साथ
सरकार के अंडा परोसने वाले फैसले का कबीरपंत के सतगुरु कबीर धनीधर्मदास साहब सेवा समिति ने पुरजोर विरोध किया है। अंडा egg परोसने वाली योजना से खफा कबीरपंथी गुरुवार को कलेक्टोरेट का घेराव भी कर चुके हैं। पंथ को मानने वालों का कहना है कि स्कूल में पंथ के परिवार के बच्चे भी हैं जो शुध्द शाकाहारी हैं और अंडा मांसाहारी है। ऐसे में बिना सोचे-समझे मध्यान्ह भोजन midday-meal में महज प्रोटीन देने और कुपोषण दूर करने के लिए अंडा ही सरकार ने एकमात्र विकल्प देकर धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाई है। पंथवादियों ने साफ शब्दों में कहा है कि 16 जुलाई तक अगर योजना बंद नहीं की गई तो 17 को बिलासपुर-रायपुर हाईवे दामाखेड़ा में चक्काजाम किया जाएगा। घेराव में समाज की महिलाएं भी शामिल थीं। वे रैली निकाल कर कलेक्टोरेट तक पहुंची हुई थी। वहीं कलेक्टोरेट में भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा भी सेवा समिति के मांगो के समर्थन करने पहुंचे हुए थे। उन्होंने समिति के सभी मांगों को सही ठहरा और कहा कि बच्चों को मध्याह्न भोजन midday-meal में अंडा eeg परोसा जाना गलत है। शासन को अपने फैसले को वापस लेना चाहिए। इस मुद्दे को लेकर उन्होंने समाज का समर्थन किया।