निलंबित आईपीएस जीपी सिंह के खिलाफ 3 और मामलों में शिकायत, विशेष डीजी व आईजी को जांच की जिम्मेदारी

निलंबित आईपीएस जीपी सिंह के खिलाफ 3 और मामलों में शिकायत, विशेष डीजी व आईजी को जांच की जिम्मेदारी

Complaint against suspended IPS GP Singh in 3 more cases, responsibility of investigation to special DG and IG

GP Singh

GP Singh Investigation:दो मामले रायपुर और एक राजनांदगांव से जुड़ा है

रायपुर/नवप्रदेश। GP Singh Investigation : निलंबित आईपीएस जीपीसी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। आय से अधिक संपत्ति और राजद्रोह मामले के बाद अब तीन और मामलों में जीपी सिंह के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं।

एसीबी ने एक जुलाई को निलंबित एडीजी जीपी सिंह (GP Singh Investigation) के 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस जांच के दौरान करीब 10 करोड़ की आय से अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ था। इसके बाद सरकारी आवास के नाले से मिली डायरी में सरकार के खिलाफ साजिश जैसे दस्तावेज मिलने के बाद ईओडब्ल्यू ने 9 जुलाई को कोतवाली थाने में जीपी सिंह के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया था। हालांकि इस मामले में जीपी सिंह हाईकोर्ट भी पहुंच चुके हैं। जिसकी सुनवाई मंगलवार को होगी।

इधर, जीपी सिंह के मामले में पुलिस और ईओडब्ल्यू दोनों जांच कर रहे हैं, जिसमें कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज भी मिले हैं। जिसे साइबर सेल को सौंप दिया गया है ताकि सबूत जुटाकर जीपी सिंह के खिलाफ अलग से मामला दर्ज किया जा सके।

अलग-अलग मामलों में होगी जांच

ईओडब्ल्यू जांच के अलावा अब जीपी सिंह की कुछ पुरानी फाइलें भी खोली (GP Singh Investigation) गई हैं। राजधानी के देवेंद्र नगर निवासी दुर्लभ कुमार अग्रवाल ने करीब 9 साल पहले के मामले में मुख्यमंत्री, डीजीपी और एनएचआरसी से शिकायत की है कि तत्कालीन आईजी जीपी सिंह ने उनके मामले में बिना जांच के मीडिया में बयान दिया था जो गलत था। इस मामले में जांच के लिए विशेष डीजी अशोक जुनेजा को जांच अधिकारी बनाया गया है।

ऐसा ही एक दुसरा मामला नक्सलियों से जुड़ा है। जीपी सिंह पर आत्मसमर्पित नक्सली पहाड़ सिंह से दो करोड़ रुपये की हेराफेरी करने का आरोप है। जीपी सिंह पर पैसे के गबन के साथ नक्सलियों से सांठगांठ का भी आरोप लगाया गया है। इस मामले में दुर्ग आईजी विवेकानंद सिन्हा को जांच की जिम्मेदारी दी गई है।

इधर तीसरे मामले में मंजीत कौर बल ने आरोप लगाया है कि 2016 के एक मामले में आरोपी कमला कांत तिवारी को बचाने में जीपी सिंह की गंभीर भूमिका थी। मंजीत कौर ने डीजीपी से मामले की जांच कराने की मांग की है। अब इस मामले की जांच रायपुर के आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा करेंगे।

ऐसे में जीपी सिंह तीन पुराने मामलों पर घिरे नजर आ रहे हैं। अब इन पुरानी फाइलों के खुलने से कई और तथ्य जीपी सिंह के खिलाफ जा सकते हैं।

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