CM Hemant Soren : सीएम हेमंत ने आदिवासी महिलाओं को दी सलाह, बोले – महिलाएं हंडिया बेचना छोड़ बच्चों को पढ़ाने में ध्यान दें, शिक्षा प्रदान कर उन्हें बनाएं आईएएस और आईपीएस
रांची, नवप्रदेश। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हंडिया बेचने वाली आदिवासी महिलाओं का आह्वान किया है कि वे यह धंधा बंद करें। वे छोटा-मोटा कारोबार करें। इसमें सरकार उनका सहयोग (CM Hemant Soren) करेगी।
उन्होंने कहा कि संतान समाज के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर उन्हें आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर, इंजीनियर, जज व वकील बनाना होगा।
मुख्यमंत्री मंगलवार को बोकारो के ललपनिया स्थित लुगू पहाड़ पर दो दिवसीय 22वें अंतरराष्ट्रीय संताल सरना धर्म महासम्मेलन के अंतिम दिन बोल रहे (CM Hemant Soren) थे।
सीएम हेमंत सोरेन कहा कि आपकी सरकार अब गरीब आदिवासी, दलित, पिछड़ा व अल्पसंख्यक बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए विदेश तक भेज रही है। ऐसा करने वाला झारखंड देश का पहला राज्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संघर्षों और बलिदान के बाद झारखंड राज्य मिला (CM Hemant Soren) है। झारखंडियों के लिए 1932 खतियान आधारित स्थानीयता नीति कैबिनेट में पास हो चुकी है, विधानसभा में भी पास हो जाएगी।
लुगूबुरु घांटाबाड़ी धोरोमगढ़ में सोमवार को संताल सरना धर्म महासम्मेलन शुरू हुआ। झारखंड के अलावा बिहार, बंगाल, ओडिशा, असम समेत कई राज्यों के अलावा नेपाल, भूटान समेत अन्य देशों से भी लोग पहुंचे हैं।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सपरिवार मंगलवार की दोपहर करीब तीन बजे लुगूबुरू पहाड़ पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लुगुबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगाढ़ संताल आदिवासियों की आस्था और विश्वास का सबसे बड़ा केंद्र है। यह उनके धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान से जुड़ा है। इस पवित्र धार्मिक स्थल के समग्र विकास पर 30 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इस राशि से यहाँ सौंदर्यीकरण के साथ पहाड़ तक जाने के लिए सड़क, लाइब्रेरी, शौचालय समेत अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि आदिवासी बाहुल्य गांव में जनजातीय परंपराओं को बनाए रखने के लिए भवन बनाने की योजना सरकार बना रही है। यहां मानकी, मुंडा, परगनैत, मांझी शासन व्यवस्था का संचालन बेहतर तरीके से हो सकेगा।