नीति आयोग की बैठक में अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी की परिकल्पना को सराहा
- किसानों के चेहरों पर खुशहाली लाना राज्य शासन की पहली प्राथमिकता: मुख्यमंत्री बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राज्य शासन द्वारा किसानों के सहकारी एवं ग्रामीण बैंक से लिये गये ऋण तथा राष्ट्रीयकृत बैंकांे से लिये गये ऋण की राशि को माफ करने के बाद अब राज्य सरकार द्वारा किसानों के नानपरफार्मिंग खातों के वन टाइम सेटलमेंट करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए राज्य शासन द्वारा किसान के ऋण के आधे राशि की अदायगी राज्य शासन द्वारा की जाएगी। चाहे यह राशि 20 हजार रूपये की हो अथवा 20 लाख रूपए की। किसानों के चेहरों में खुशहाली लाना राज्य शासन की पहली प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल आज जांजगीर-चांपा जिले के विकासखण्ड नवागढ़ के ग्राम अमोरा (महंत) में आयोजित चौपाल कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गत दिनों वे नई दिल्ली में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसलिंग की बैठक में शामिल हुए थे। बैठक में विभिन्न राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने छत्तीसगढ़ की नरवा, गरूवा, घुरवा, और बाड़ी की परिकल्पना को अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री ने भी सराहा है, जो छत्तीसगढ़ राज्य के लिए गौरव की बात है।
श्री बघेल ने कहा कि आज कबीर जयंती है। इस पावन अवसर पर ग्राम अमोरा में चौपाल का आयोजन खुशी और गर्व की बात है। उन्होंने लोगांे को कबीर जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कबीर एक महान संत, विचारक, समाज सुधारक और एक कवि के रूप में जाने जाते हैं। उनका संदेश आज भी प्रासंगिक है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की परंपरागत खेती किसानी में नरवा, गरूवा, घुरवा व बारी का बहुत अधिक महत्व रहा है। राज्य शासन द्वारा इसमें गांव के बुजुर्गों के परंपरागत खेती के अनुभवों एवं कृषि की आधुनिक तकनीक का समावेश कर कृषि आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूती प्रदान करने का सार्थक प्रयास किया जा रहा है। इसमें गांवों की सहभागिता आवश्यक है। घुरवों का वैज्ञानिक तरीके से उन्नयन कर इसे स्मार्ट घुरवों के रूप में विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के बस्तर में गुणवत्तायुक्त खनिजांे का दोहन किया जाता है। लेकिन युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए सी और डी ग्रुप की भर्ती की परीक्षा नहीं हो पाती थी। अब दंतेवाड़ा में ही भर्ती की परीक्षा होगी। इसी तरह नगरनार स्टील प्लांट का मुख्यालय हैदराबाद के बजाय नगरनार में ही स्थापित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य शासन ने किसानों से जो वादा किया था, उसे पूरा किया गया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत अब 12वीं कक्षा तक अध्ययनरत बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दी जाएगी।
कार्यक्रम को प्रदेश के स्कूल, शिक्षा, आदिम जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग विकास मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने संबोधित करते हुए कहा कि नरवा और घुरवा को नये स्वरूप में विकसित किया जा रहा है। इससे किसान आर्थिक रूप से और अधिक समृद्ध होंगे। चन्द्रपुर क्षेत्र के विधायक श्री रामकुमार यादव ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम को पूर्व विधायक श्री गोरेलाल बर्मन ने अपने गीत के माध्यम से नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी के महत्व को प्रतिपादित किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री मोतीलाल देवांगन, श्री चुन्नीलाल साहू, महंत रामसुंदर दास, बिलासपुर संभाग के कमिश्नर श्री बी.एल. बंजारे, कलेक्टर श्री जे.पी. पाठक सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।