CM का पीएम को खत- CAA में नहीं श्रीलंका, नेपाल के प्रवासियों के लिए प्रावधान
छत्तीसगढ़ व देश की परिस्थितियों का जिक्र कर मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी से संशोधन वापस लेने का किया अनुरोध
रायपुर/नवप्रदेश। मुख्यमंत्री (cm bhupesh, writes to pm modi on caa) भूपेश बघेल ने नागरिकता संशोधन कानून (caa) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र (letter) लिखा है।
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इसमें उन्होंने कहा है कि सीएए में भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका म्यांमार, नेपाल और भूटान जैसे देशों से आने वाले प्रवासियों के संबंध में कोई प्रावधान नहीं है।
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मुख्यमंत्री (cm bhupesh, writes to pm modi on caa) ने यह भी लिखा है कि सीएए (caa) का मौजूदा संशोधन धर्म के आधार पर अवैध प्रवासियों का विभेद करता प्रतीत होता है। साथ ही यह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 के विपरीत होने का संकेत दे रहा है। इस तरह मुख्यमंत्री बघेल ने पत्र के जरिए नागरिकता संशोधन कानून में किए गए संशोधनों की ओर प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित किया है।
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साथ ही छत्तीसगढ़ व देश में उत्पन्न परिस्थितियों का जिक्र कर कानून में किए गए संशोधन को वापस (appeal to withdraw amendment) लिए जाने का अनुरोध भी किया है। मुख्यमंत्री ने आगे लिखा कि छत्तीसगढ़ राज्य में इस अधिनियम के विरुद्ध काफी प्रदर्शन देखे गए हैं, जो कि शांतिपूर्ण रहे, लेकिन इनमें विभिन्न वर्गों के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।
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छग के लोगों को औपचारिकता पूर्ण करने में आ सकती है कठिनाई
बघेल ने पत्र (letter) में आगे लिखा कि छत्तीसगढ़ में मूलत: अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग के लोग निवास करते हैं। इनमें से ज्यादातर गरीब, अशिक्षित व साधनविहीन हैं। ऐसे में इन्हें अधिनियम की औपचारिकता पूर्ण करने में कठिनाइयों का निश्चित रूप से सामना करना पड़ सकता है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि संविधान के समक्ष सभी संप्रदाय समान होते हैं। लेकिन संसद द्वारा अधिनियमित नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 धर्मनिरपेक्षता की इस आधारभूत भावना को खंडित करता दृष्टिगत होता है। मुख्यमंत्री ने गरीब व असाक्षर लोगों को होने वाली असुविधा, देश की शांति व संविधान की मूल अवधारणा को दृष्टिगत रखते हुए प्रधानमंत्री से सीएए में लाए गए संशोधनों को वापस (appeal to withdraw amendment) लेने का अनुरोध किया है।