स्टेट बार काउंसिल चुनाव: टेम्परिग मामले में पांच साल बाद तत्कालीन सचिव गिरफ्तार
बिलासपुर। सिविल लाइन पुलिस (Civil line police)ने स्टेट बार काउंसिल चुनाव (State Bar Council Election) में मतपत्र (Ballot paper) से छेड़छाड़ कर टेम्परिग (Tempering) किये जाने के 5 साल पुराने मामले में काउंसिल की तत्कालीन सचिव मल्लिका बल को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। उसे महिला थाना में रखा गया है।
2014-2015 में छत्तीसगढ़ स्टेट बार काउंसिल चुनाव
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014-2015 में छत्तीसगढ़ स्टेट बार काउंसिल चुनाव के लिये मतदान कराया गया था मतपत्रों को स्टेट बार कार्यालय में रखा गया था। बार के चुनाव में मतदाताओं को प्रत्याशी का चुनाव, वरियता क्रम में वोट दे कर किया जाता है। मतगणना के प्रथम चरण में प्रथम वरियता वोटों की गिनती की गई। इसके बाद सेकेंड वरीयता के गणना में गड़बड़ी उजागर हुई। इसमें प्रथम चरण की गिनती में बहुत पीछे रहने वाले वकीलों को सेकेंड वरीयता के वोट अधिक मिले।
मतपत्र से छेड़छाड़ कर टेम्परिग किये जाने का आरोप
इस पर अधिवक्ताओं ने मतपत्र से छेड़छाड़ कर टेम्परिग किये जाने का आरोप लगाकर मतगणना में रोक लगाने एवं मामले की जांच कराने की मांग को लेकर सिविल लाइन थाना में बार काउंसिल की तत्कालीन सचिव मल्लिका बल के खिलाफ शिकायत की गई। पुलिस द्वारा कार्रवाई नही किये जाने पर हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई। कोर्ट ने वरिष्ठ अधिवक्ताओं की कमेटी बना कर मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया।
टेम्परिग कर वरीयता क्रम को बढ़ाया
समिति ने जांच उपरान्त रिपोर्ट पेश कहा था कि मतपत्र से छेड़छाड़ कर टेम्परिग कर वरीयता क्रम को बढ़ाया गया है। जांच रिपोर्ट पर कोर्ट ने पुलिस को दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। इस मामले में सिविल लाइन पुलिस ने चार दिन पहले काउंसिल के कर्मचारियों का बयान दर्ज किया था। आज इस मामले में काउंसिल के तत्कालीन सचिव मल्लिका बल को गिरफ्तार किया गया है।