Children Crossing River To School : पढ़ाई या जिंदगी…बेलबहरा के बच्चे हर रोज मौत की नदी पार कर जाते हैं स्कूल…

Children Crossing River To School : पढ़ाई या जिंदगी…बेलबहरा के बच्चे हर रोज मौत की नदी पार कर जाते हैं स्कूल…

Children Crossing River To School

Children Crossing River To School

बेलबहरा गांव के बच्चे हर दिन नेवरी नदी पार कर स्कूल जाते हैं, जान जोखिम में डालकर। पुल ना होने से बाढ़ में स्कूल जाना मुश्किल हो गया है, शासन की चुप्पी बनी चिंता।

Children Crossing River To School : छत्तीसगढ़ के खड़गवां विकासखंड स्थित बेलबहरा गांव के बच्चों की जिंदगी हर रोज दांव पर लगती है और वजह है एक अदद पुल का ना होना। यह गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित फुनगा हाई स्कूल तक की दूरी तय करने के लिए बच्चों को हर दिन नेवरी (रेणु) नदी को पार करना पड़ता है, जिसमें इन दिनों बाढ़ जैसे हालात हैं।

बिना पुल की नदी, डूबते बैग और ठहरती शिक्षा

10वीं की छात्रा मनीषा कहती है – “जब पानी ज्यादा होता है, तो न स्कूल जा सकते हैं न घर लौट सकते हैं… किताबें भीग जाती हैं।”

वहीं 12वीं के छात्र देव सिंह कहते हैं

“बारिश के समय हम स्कूल ही नहीं जा पाते, ड्रेस तक भीग जाती है। सरकार(Children Crossing River To School) से मांग है कि पुल बनाया जाए ताकि पढ़ाई में रुकावट न हो।”

पढ़ाई से पहले जिंदगी बचाना जरूरी बन चुका है

माध्यमिक शाला फुनगा के शिक्षक अनिल कुमार मानते हैं कि – “जब नदी उफान पर होती है, बच्चे स्कूल नहीं आ पाते। इस वक्त खेती का सीजन भी है, जिससे उपस्थिति और कम हो रही है।”

शिक्षा अधिकारी बोले – जल्द करूंगा संज्ञान में प्रस्तुत

जिले के शिक्षा अधिकारी आर.पी. मिरे ने इस रिपोर्ट के माध्यम से जानकारी मिलने पर प्रतिक्रिया दी –”मैं विकासखंड शिक्षा अधिकारी से बात कर शासन को अवगत करवाऊंगा। कलेक्टर व डायरेक्टर से चर्चा कर पुल निर्माण के लिए कदम उठाऊंगा।” उन्होंने यह भी कहा कि यदि बाढ़ की स्थिति हो तो स्कूल स्थगित करने की सलाह दी गई है।

अब सवाल ये है कब जागेंगे जिम्मेदार?

बेलबहरा (Children Crossing River To School)की ये समस्या कोई नई नहीं, बल्कि सालों पुरानी है। हर चुनाव में वादे किए गए लेकिन एक पुल तक नहीं बन सका। अब जब बच्चों की जान का सवाल उठ चुका है, तो देखना है कि सरकार इस बार वाकई कुछ करती है या फिर सिर्फ आश्वासन ही दोहराए जाते हैं।

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