Child Care : किचन में मौजूद कई औषधियां…घर में कैसे करें उपचार ?
रायपुर/नवप्रदेश। Child Care : इस समय बरसात और गरमी दोनों ही है, इसलिए इस समय बच्चों की खास ध्यान रखना जरूरी है। बच्चे पानी या बारिश बहुत पसंद करते है, ऐसे में वे कई बार बारिश से भीगकर आते है जिसे उसे बुखार आ जाता है। यहीं से वायरल इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है।
कुछ बच्चे घर में ज्यादा खेलते-कूदते हैं और थकान (Child Care) की वजह से उन्हें बुखार आ जाता है। कभी-कभी बुखार आने की वजह से बच्चे की बॉडी में दर्द रहता है, सुस्ती, भूख नहीं लगना, सिर में दर्द होना जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अगर बच्चे को कभी-कभी बुखार आता है तो परेशान न हो, बल्कि किचन में मौजूद कुछेक सामानों से ही बच्चे के बुखार का उपचार करें।
आइए जानते हैं कि घर में कैसे करें बुखार का उपचार-
तुलसी बुखार से दिलाएगी राहत
औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल (Child Care) है जो शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करती है। एक साल से कम उम्र के बच्चे के लिए तुलसी बेहद फायदेमंद है। वैसे तुलसी बड़ों के लिए भी फायदेमंद है, लेकिन आज हम बच्चों की बात कर रहे हैं, तो बच्चे को बुखार है तो आप 5 से 6 तुलसी के पत्ते एक कप पानी में उबाल लें और जब पानी आधे से कम रह जाए तो इसमें थोड़ी सी चीनी डालकर बच्चे को दिन में 2 बार पिलाएं। तुलसी का पानी इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग करेगा, साथ ही बुखार से निजात दिलाएंगा।
जायफल है बेहद असरदार
जायफल पीसकर नाक, छाती और माथे पर इसका लेप करने पर भी बुखार में आराम मिलता है।
गिलोय से करें बुखार का इलाज
बुखार के लिए गिलोय एक बेहतरीन औषधी है। बच्चों को बुखार होने पर गिलोय का रस 120 मिलीलीटर शहद में मिलाकर दिन में तीन बार बच्चे को चटाने से बच्चों का बुखार ठीक होता है।
हरड़ का काढ़ा पीलाएं
एक छोटी हरड़, दो चुटकी आंवले का चूर्ण, दो चुटकी हल्दी और नीम की एक पत्ती को एक साथ मिलाकर काढ़ा बना ले और बच्चे को पिलाएं। इससे भी बुखार में आराम मिलेगा।
काली मिर्च का करें सेवन
बच्चे को बुखार है तो दो कालीमिर्च और दो तुलसी के पत्तों को पीसकर शहद के साथ मिलाकर दिन में 3 या 4 बार बच्चों को चटाएं, बुखार से निजात मिलेगी।
मुलेठी बच्चों के लिए है जरूरी
मुलेठी, हल्दी और जौ को एक साथ मिलाकर काढ़ा बना ले और फिर यह काढा बच्चों को पिला दें। यह पीने से बच्चे को बुखार में राहत मिलेगी।
डिस्क्लेमर:
स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। बीमारी (Child Care) या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टरों की सलाह जरूर लें।