महाराष्ट्र के सीएम फडणवीस के नागपुर में भाजपा सरकारों पर बरसेंगे बघेल
- विस चुनाव- कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में तीन चुनावी सभाएं करने पहुंचे नागपुर
- जहां केंद्रीय मंत्री गडकरी का नया आवास, उस पश्चिम नागपुर में भी होगी छग के सीएम की सभा
रायपुर /नागपुर/नवप्रदेश। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (chief minister bhupesh baghel) आज महाराष्ट्र (maharashtra) के मुख्यमंत्री व भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस (devendra fadanvis) के गृह शहर नागपुर (nagpur) में महाराष्ट्र व केंद्र की भाजपा नीत सरकारों पर (bjp governments) जमकर निशाना साधेंगे (attack)।
महाराष्ट्र (maharashtra) विधानसभा चुनाव के मदद्नजर सीएम बघेल सोमवार को नागपुर (nagpur) में तीन चुनावी सभाआें (election rally) को संबोधित करेंगे। दोपहर 12:30 बजे वे नागपुर विमानतल पर पहुंच गए। कांग्रेस प्रत्यासियों के पक्ष में सीएम बघेल की पहली जनसभा शाम 4 से 5 बजे के बीच उत्तर नागपुर में होगी। शाम 6 से 7 बजे के बीच वे पूर्व नागपुर में पार्टी का प्रचार करेंगे। जबकि उनकी तीसरी चुनावी सभा रात 9.30 से 10 बजे के बीच पश्चिम नागपुर मेंं होगी।
गौरतलब है कि पश्चिम नागपुर में ही अब केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी का नया बंगला ‘भक्ति’ बना है और गडकरी का परिवार नागपुर के महल स्थित अपना पुराना घर ‘वाड़ा’ छोड़कर यही रहने के लिए आया है। वाड़ा में रेनोवेशन का काम चल रहा है। लिहाजा पश्चिम नागपुर (nagpur) में होने वाली सीएम बघेल (chief minister bhupesh baghel) की जनसभा और भी अहम हो जाएगी।
किसान कर्जमाफी व 2500 रुपए एमएसीपी होगा पहला हथियार
अपनी सभाओं (election rallies) में मुख्यमंत्री बघेल छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का जिक्र कर केंद्र व महाराष्ट्र सरकार (bjp governments) पर जमकर हमला (attack) बोलेंगे। सूत्रों के मानें तो इसके लिए उनका पहला हथियार हो सकता है किसान कर्जमाफी व धान का सर्वाधिक एमएसपी। वे बता सकते हैं कि किस तरह उनकी सरकार ने छत्तीसगढ़ के किसानों को धान का 2500 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य देकर व कर्जमाफी कर राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ यानी कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाया है। वे बताएंगे कि उनकी इस पहल से राज्य देशव्यापी मंदी के माहौल से अछूता है।
‘नरवा गरवा घुरवा बारी’ पर दे सकते हैं विशेष बल
महाराष्ट्र का विदर्भ क्षेत्र छत्तीसगढ़ से लगा हुआ है। दोनों राज्यों के एक दूसरे से सटे इलाकों में मेंं प्रमुख फसल धान ही है। फसल लेने का तरीका, तीज-त्योहार भी कमोबेश एक सरीखे ही हैं। लिहाजा सूत्रों के मुातबिक मुख्यमंत्री (chief minister bhupesh baghel) की महत्वाकांक्षी ‘नरवा (नहर, जलस्रोत) गरवा (गाय, पशुधन) घुरवा (गड्ढा, जिसमें गोबर, पशुओं का मूत्र व कूड़ा करकट डालकर खाद बनाई जाती है) बारी (खेत, बाड़ी)’ के संरक्षण की योजना विदर्भ क्षेत्र के लिए भी प्रासंगिक है।
इसलिए वे बता सकते हैं कि किस तरह उनकी सरकार द्वारा चलाई जा रही यह योजना छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों का कायापलट कर रही है। और किस तरह महारष्ट्र में भी कांग्रेस की सरकार बनने पर इस पर काम किया जा सकता है।