सफल निर्वाचन के लिए बेहतर समन्वय से काम करें अधिकारी : रीना कंगाले
-पेड न्यूज और भ्रामक खबरों पर रहेगा विशेष ध्यान
-दो दिवसीय गहन प्रशिक्षण सफलतापूर्वक हुआ संपन्न
रायपुर/नवप्रदेश। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ रीना कंगाले (Chief Electoral Officer Chhattisgarh Reena Kangale) द्वारा मरवाही विधानसभा उप निर्वाचन (Marwahi Assembly By-Election) कार्य के लिए रिटर्निंग, सहायक रिटर्निंग एवं अन्य अधिकारियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण राजधानी रायपुर (Two day training capital Raipur) के लभांडी स्थित कोटयार्ड मैरियट होटल में 20 सितंबर को शुभारंभ किया गया।
बेहतर समन्वय ही सफलता का आधार
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना कंगाले ने प्रशिक्षण सत्र के शुभारंभ अवसर पर कहा कि निर्वाचन की विश्वसनीयता, निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाये रखना ही निर्वाचन अधिकारी की योग्यता की कसौटी है। निर्वाचन की सफलता निर्वाचन अधिकारियों की समन्वय क्षमता पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य को पूरा करने के लिए विभिन्न स्तर पर टीम काम करती है और इन टीमों के बीच बेहतर समन्वय ही सफलता का आधार है।
आदर्श आचरण संहिता लागू
प्रशिक्षण में बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्वाचन की घोषणा होते ही आदर्श आचरण संहिता लागू हो जाती है। इस स्थिति में प्रशासनिक अधिकारी निर्वाचन होने तक यह सुनिश्चित करें, कि इस दौरान किसी भी शासकीय भवन, शासकीय मशीनरी का उपयोग राजनीतिक गतिविधियों के लिए न हो। प्रशिक्षण में कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के उपायों के संबंध में भी बताया गया। इसके अलावा निर्वाचन से संबंधित प्रक्रिया और कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में एडिशनल सीईओ के सी देवसेनापति, संयुक्त कलेक्टर यू.एस. अग्रवाल, रायपुर नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर पुलक भट्टाचार्य, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिपिन मांझी और के.आर.आर.सिंह ने निर्वाचन प्रक्रियाओं के बारे में रिटर्निग और सहायक रिटर्निग अधिकारियों को प्रशिक्षित किया।
पेड न्यूज, फेक न्यूज पर विशेष प्रशिक्षण
प्रशिक्षण के दूसरे दिन 21 सितंबर को रिटर्निंग, सहायक रिटर्निंग अधिकारियों एवं नोडल अधिकारियों को पोस्टल बैलेट सहित मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट, निर्वाचन व्यय मॉनिटरिंग, पेड न्यूज, फेक न्यूज, एमसीएमसी आदि के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न सत्रों में ईव्हीएम तथा व्हीव्हीपेट के प्रयोग, मीडिया सर्टिफिकेशन, मीडिया मॉनिटरिंग, मतगणना, परिणामों की घोषणा, मतदाता जागरूकता कार्यक्रम, मतदान दलों का प्रबंधन सहित अन्य विषयों पर प्रस्तुतिकरण तथा चर्चा की गई।
पेड न्यूज और भ्रामक समाचारों पर निगरानी
निर्वाचन के दौरान पेड न्यूज तथा भ्रामक समाचारों की निगरानी के साथ ही मीडिया की भूमिका और उनके साथ समन्वय पर भी चर्चा की गई। प्रशिक्षण में मीडिया प्रमाणन तथा निगरानी समिति (एमसीएमसी) के गठन तथा उसके दायित्वों पर प्रकाश डाला गया। साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारी और रिटर्निंग अधिकारी के दायित्वों, मतदाता सूची का पुनरीक्षण, आदर्श आचरण संहिता और अन्य विषयों पर जानकारी दी गई। इस अवसर पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डोमन सिंह, अपर कलेक्टर अजीत बसंत, उप जिला निर्वाचन अधिकारी डिगेश पटेल, अनुविभागीय दंडाधिकारी मयंक चतुर्वेदी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।